अगर आप नया घर या अपार्टमेंट ले रही हैं या अपने पुराने घर को रेनोवेट करना चाह रही हैं तो किचन के कुछ आधुनिक डिजाइन अपना सकती हैं। आजकल मॉड्यूलर किचन लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है। आप घर बनवा रही हैं या पुराने घर का नवीनीकरण करा रही हैं, किचन की इन खूबसूरत और अनोखी डिजाइन को देखना-समझना बिल्कुल न भूलें। इसके लिए पहले किचन की इन आधुनिक डिजाइन की खासियत जान लें।
खुली रसोई
विदेशों की तर्ज पर ओपन किचन भी पसंद किए जा रहे हैं। इसमें कोई दरवाजा नहीं होता, यह बिल्कुल खुला हुआ और हवादार होता है। इसमें चारों तरफ से रोशनी और ताजी हवा आती है। इसे अधिकांशत: हॉल और डाइनिंग रूम के साथ ही बनाया जाता है। आजकल इसकी एक से बढ़कर एक डिजाइन मौजूद हैं।
छोटी जगह के लिए
दीवार वाला किचन भी काफी पसंद किया जा रहा है। इसमें आप रसोई के सामान को दीवार के साथ व्यवस्थित रख सकती हैं। यदि जगह छोटी है तो सामान को स्लाइडिंग दरवाजे के पीछे या कैबिनेट के भीतर रखा जा सकता है। आप एक सामान के ऊपर दूसरा सामान रख सकती हैं, जिससे छोटी जगह का भी उपयोग हो जाएगा।
एल शेप
एल शेप किचन छोटी और बड़ी, दोनों जगहों पर आसानी से बन जाता है। आप कम जगह में ज्यादा सामान को स्टोर कर सकती हैं। खाना बनाने और भंडारण को अलग-अलग बनाने के लिए आजकल एल शेप के किचन ज्यादा बन रहे है। एक तरफ खुली जगह, जहां आप खाना बना सकती हैं, दूसरे भाग में आप सामान रख सकती हैं।
यू शेप
बड़ी जगह पर यू शेप किचन काफी लोकप्रिय हो रहा है। यह आपको स्पेशियस स्टोरेज की सुविधा देंगा। यू शेप किचन में आप सिंक, कुकटॉप, ओवन और रेफ्रिजरेटर रख सकती हैं। अगर आपका परिवार बड़ा है तो यू शेप का किचन बनवाने में ही समझदारी है।
पैरेलल किचन
अगर आपका किचन एक स्मॉल गैलरी के शेप का है तो आप पैरेलल किचन बनाने का निर्णय लेकर अपने रसोई घर को क्लासिक लुक दे सकती हैं। यह स्टोरेज की सुविधा देता है। पैरेलल किचन बेहद संकरा होता है। आप यहां ज्यादा समय नहीं गुजार सकती हैं।
छोटे परिवार के लिए ओपन किचन
ओपन किचन का चलन है, लेकिन इसके साथ डाइनिंग एरिया जुड़ा रहता है, जिससे बर्तन धोने की आवाज, कुकर के सीटी की आवाज और छौंक लगने की महक वहां आती है। यह छोटे परिवार के लिए ठीक रहता है। बड़े परिवारों के लिए क्लोज किचन ठीक है। यू शेप किचन तभी बनवाएं, जब बड़ी जगह हो। काउंटर के ऊपर टाइल्स ऐसी डिजाइन की लगवाएं, जिसे आसानी से साफ कर सकें। ब्रेकफास्ट टेबल तभी लगवाएं, जब खुद खाना बनाती हों और अन्य सदस्य भी आपकी मदद करते हों। आप अपने किचन को वुड या प्लाईवुड में न बनवाएं, बल्कि एचडीएचएमआर बोर्ड में बनावाएं।