इजरायल पर फिलस्तिनी चरमपंथी संगठन हमास ने रॉकेट लॉन्चरों से हमला कर दिया है।इजरायल में सुबह सात बजे से ही हवाई हमलों का सायरन बजने लगा।गाजा पट्टी से भारी मात्रा में रॉकेट दागे गए हैं, बंदूकधारी सीमा पार कर रहे हैं। जवाब में इजरायली वायुसेना के दर्जनों लड़ाकू विमान अब गाजा पट्टी में कई स्थानों पर आतंकवादी संगठन हमास के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। इजरायल ने दावा किया है कि पांच हजार रॉकेट्स इजरायल पर दागे गए हैं। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा कर दी है। जानिए क्या है चरमपंथी संगठन हमास का इतिहास।
शेख अहमद यासीन ने की थी स्थापना, 1987 में की थी इंतिफिदा की घोषणा
फिलस्तीन के चरमपंथी हमास का इतिहास साल 1980 से शुरू होता है।इसकी स्थापना शेख अहमद यासीन ने की थी।12 साल की उम्र से वह व्हील चेयर पर थे।साल 1987 ने इजरायल के खिलाफ पहले इंतिफादा की घोषणा की थी. इंतिफादा का मतलब आमतौर पर "बगावत" या "विद्रोह" माना जाता है। 1988 में हमसा ने पुष्टि की थी कि इसकी स्थापना फिलिस्तीन को मुक्त करने के लिए हुई थी इसके सशस्त्र विभाग का गठन 1992 में हुआ था। साल 1993 से लेकर साल 2005 तक हमास ने इजरायल पर कई आत्मघाती हमले किए थे।
Israel-Palestine Conflict: 2006 से कर रहे हैं इजरायल पर रॉकेट हमले
2005 में हमास ने खुद को हिंसा से अलग किया लेकिन, साल 2006 में गजा से इजरायल पर रॉकेट हमलों का सिलसिला जारी किया था. 2006 में हमास ने गाजा में तख्तापलट किया था। साल 2007 में गाजा पट्टी पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था।फिलहाल गाजा पट्टी में हमास की सरकार है।कनाडा, यूरोपीय संघ, इज़राइल, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका हमास को आतंकवादी संगठन का दर्जा दिया है।वहीं, ब्राजील, चीन, मिस्र, ईरान, नॉर्वे, कतर, रूस, सीरिया और तुर्की द्वारा आतंकवादी संगठन नहीं माना जाता।
Hamas History, Israel-Palestine Conflict: 2021 में किए थे हमले
साल 2021 में हमास ने इजरायल रॉकेट हमले किए थे। हमास ने यरुशलम पर लंबी दूरी के रॉकेट दागे था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 64 बच्चों और 38 महिलाओं समेत कम से कम 227 फलस्तीनी मारे गए और 1,620 लोग घायल हैं। हमास और इस्लामिक जिहाद ने कम से कम 20 लड़ाकों के मारे जाने की बात कही, जबकि इजराइल का कहना है कि कम से कम 130 लड़ाके मारे गए। वहीं करीब 58,000 फलस्तीनी अपने घरों को छोड़कर जा चुके थे।
विस्फोट, सायरन, गोलियों की आवाज से दहला इजरायल, हमास ने जल, थल और वायु से बनाया निशाना
इजरायल पर शनिवार को हमास ने बड़े स्तर पर हमला किया। इस हमले में हमास ने गाजा से इजरायल पर हजारों रॉकेट दागें हैं। यह हमला करने वाला हमास और कोई नहीं फलिस्तिन का आतंकी संगठन है।इस हमले में हमास ने इजरायल पर जलथल और वायु से हमला किया है। इजराइल ने गाजा पट्टी में हमास के कई संदिग्ध ठिकानों पर हमला करते हुए ऑपरेशन स्वोर्ड्स ऑफ आयरन लॉन्च किया।
इजरायल पर शनिवार को हमास ने किया हमला (सौजन्य से जागरण ग्राफिक्स)
इजरायल पर शनिवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 6.30 बजे (03:30 GMT) शुरू हुए हमले में हमास के आतंकी शामिल थे। इन आतंकियों ने जमीन, समुद्र और हवा के जरिए इजराइल में घुसपैठ की।
रविवार को गाजा के फलिस्तीनी इलाके में कम से कम 232 लोग मारे गए हैं। इस हमले के बाद इजरायल ने हमास के रॉकेट हमले के बाद जवाबी हमले किए। अल जज़ीरा ने इस बात की जानकारी दी है। वहीं, हमास के रॉकेट हमले और जमीनी हमले में मरने वालों की लगातार बढ़ रही है। मरने वालों की बढ़ती संख्या के बीच इजराइल ने घोषणा की कि वह आतंकवादी संगठन के साथ "युद्ध में" है और "किए गए हमले की कीमत चुकाने" की कसम खाते हुए गाजा में हवाई हमले शुरू कर दिए है।
इज़राइल ने गाजा पट्टी में हमास के कई संदिग्ध ठिकानों पर हमला करते हुए "ऑपरेशन स्वोर्ड्स ऑफ आयरन" लॉन्च किया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास की घुसपैठ पर इजराइल की प्रतिक्रिया से आतंकवादी समूह को "बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी"।
लगातार बढ़ रही है घायलों और मरने वालों की संख्या
इस बीच, द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, हमास द्वारा किए गए घातक रॉकेट और जमीनी हमले से मरने वालों की संख्या 300 से अधिक हो गई है। वहीं, गाजा और इजराइल में 2000 अन्य लोगों के घायल होने की सूचना है। फलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि गाजा में 232 लोग मारे गए है। इस हमले में 1,790 लोग घायल हुए हैं। इजरायली स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 100 से अधिक लोग मारे गए हैं और 900 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।
गाजा के उग्रवादी हमास आतंकियों ने जमीन, हवा और समुद्र से इजरायल पर हमला किया। यह हमला इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) और देश के राजनीतिक प्रतिष्ठानों के लिए काफी आश्चर्यचकित कर देने वाला था।
पचास साल पहले भी हुआ था ऐसा हमला
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार का हमला 50 साल और एक दिन बाद हुआ जब मिस्र और सीरियाई बलों ने 1967 में एक संक्षिप्त संघर्ष के दौरान इजराइल द्वारा लिए गए क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने के प्रयास में योम किप्पुर के यहूदी अवकाश के दौरान हमला किया था।
इस कठिन समय में हम इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं-पीएम नरेंद्र मोदी
इजराइल पर हमास के हमले के कुछ घंटे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि भारत इजराइल के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है।बता दें कि गाजा में सक्रिय हमास ने शुक्रवार रात गाजा से इजरायली सैनिकों और बस्तियों को निशाना बनाकर 5,000 से अधिक रॉकेट दागे।उसके बाद इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 'युद्ध की स्थिति' की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल पर हमास के हमले के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इजराइल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। हम इस कठिन समय में इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।प्रधानमंत्री का कमेंट इजराइल पर हमास के हमले के बाद आया है।
बता दें कि हमास समूह द्वारा दागे गए रॉकेटों के इजराइल में युद्ध शुरू होने के कुछ घंटों बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया है। दूसरी ओर, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने टेलीविजनन संबोधन में बड़े पैमाने पर सेना की लामबंदी और युद्ध की शुरुआत की घोषणा की है।
इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने इजराइल पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है।उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में इजराइल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।पीएम मोदी ने पीड़ितों और निर्दोषों के प्रति संवेदनाएं जताई।