UP Budget 2023: यूपी सरकार ने बुधवार को योगी कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया.सरकार का दावा है कि इस बजट में शिक्षा,स्वास्थ्य,किसानों,महिलाओं और युवाओं का खास ख्याल रखा गया है.योगी 2.0 के पहले बजट में न सिर्फ सिर्फ सरकार ने रोजगार के लिए अपने लक्ष्य को सामने रखा, बल्कि बीते वित्तीय वर्ष में रोजगार के आंकड़ों का लेखा जोखा भी पेश किया.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने अबतक का सबसे बड़ा बजट पेश किया.
7 लाख करोड़ का बजट ट्विटर पर हुआ ट्रेंड
योगी सरकार द्वारा इतिहास का अभी तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया गया. सात लाख करोड़ के इस बजट ने ट्विटर पर भी अपनी गरज जमाई राखी. ट्विटर पर यूजर्स ने इसे योगी का उपयोगी बजट करार देते हुए हैशटैग UPYogiBudget2023 के जरिए सरकार की आर्थिक नीतियों की जमकर सराहना की। सुबह से ही ट्विटर पर (#UPYogiBudget2023) टॉप ट्रेंड में शीर्ष पर बना रहा
1 अरब 20 करोड़ से ज्यादा बार हैशटैग प्रदर्शित
योगी के इस उपयोगी बजट की दिनभर सराहना होती रही.इस दौरान तकरीबन 1 अरब से भी ज्यादा बार यह हैशटैग इस्तेमाल किया गया तो वहीं 20 हजार से भी ज्यादा बार सात लाख करोड़ के बजट की तारीफ की. रीट्वीट का सिलसिला भी इस दौरान बरकरार रहा. तकरीबन 35 हजार से ज्यादा बार हैशटैग को यूजर्स द्वारा रीट्वीट किया गया.
यूपी विधानसभा में बजट पेश करते वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
हमने तो समंदर के रुख बदले हैं। मोदी-योगी ने सोचने के सलीके बदले हैं। आप कहते थे कुछ नहीं होगा। हमने आपके भी सोचने के तरीके बदले हैं। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जैसे ही इन पंक्तियों के साथ अपने बजट भाषण का समापन किया, पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। जैसी उम्मीद थी, योगी का बजट उसी के अनुरूप रहा। बजट में प्रदेश की जनता की खुशहाली और उसकी तरक्की के साथ ही प्रदेश को आगामी वर्षों में वन ट्रिलियन इकॉनमी बनाने के लक्ष्य का पूरा रोडमैप नजर आया।
युवा, महिला, गरीब, वृद्ध, दिव्यांग, किसान समेत सीएम योगी ने बजट में हर वर्ग और तबके का ध्यान रखा तो वहीं प्रदेश में जीआईएस-23 के तहत होने वाले भारी निवेश को दृष्टिगत रखते हुए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपमेंट पर भी विशेष फोकस रहा। यह बजट कई अन्य मामलों में भी ऐतिहासिक रहा। यह योगी सरकार का लगातार छठवां, जबकि दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट भी था। वहीं, यह प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा बजट भी रहा। प्रस्तुत बजट का आकार 6 लाख 90 हजार 242 करोड़ 43 लाख रुपए (6,90,242.43 करोड़ रुपए) है। राज्य सरकार का पिछले वर्ष का मूल बजट 6.15 लाख करोड़ रुपए और अनुपूरक बजट 33,769 करोड़ रुपए का था।