एशियाई खेलों को एशियाड के नाम से भी जाना जाता है। यह प्रत्येक चार वर्ष बाद आयोजित होने वाली बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसमें केवल एशिया के विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं।
इन खेलों का नियामन एशियाई ओलम्पिक परिषद द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक परिषद के पर्यवेक्षण में किया जाता है। प्रत्येक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान के लिए स्वर्ण, दूसरे के लिए रजत और तीसरे के लिए कांस्य पदक दिए जाते हैं, जिस परम्परा का शुभारम्भ १९५१ (1951) में हुआ था।प्रथम एशियाई खेलों का आयोजन दिल्ली, भारत में किया गया था, जिसने १९८२ (1982) में पुनः इन खेलों की मेज़बानी की।
एशियाई खेल में भारत का गौरवशाली इतिहास
भारत ने एशियाई खेल में अब तक 672 पदक जीते हैं। भारत ने जकार्ता में आयोजित एशियाई खेल 2018 में शानदार प्रदर्शन करते हुए सबसे अधिक पदक जीता था।
चार साल में एक बार आयोजित होने वाले इस मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट के सभी संस्करणों में भाग लेने वाले भारत ने एशियाई खेल की स्थापना और इसे शुरू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
भारत ने 1951 के एशियाई खेल में 51 पदक जीते थे, जिसमें 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल था।तैराक सचिन नाग ने 1951 में नई दिल्ली में 100 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में जीत दर्ज करते हुए एशियन गेम्स में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।
उसी साल रोशन मिस्त्री भी एशियन गेम्स में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थीं, जब उन्होंने 1951 के एशियन गेम्स की 100 मीटर रेस स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया।
भारत ने एशियन गेम्स के अब तक के हर संस्करण में स्वर्ण पदक हासिल किया है और महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पांचवां सबसे सफल देश है।मिल्खा सिंह, बिना किसी शक के भारतीय एथलेटिक्स का सबसे बड़ा नाम हैं, जिन्होंने 1958 के एशियाई खेल में 200 मीटर और 400 मीटर की स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
पय्योली एक्सप्रेस' के नाम से जाने जाने वाली पीटी उषा ने 1986 के एशियाई खेल में ट्रैक पर शानदार प्रदर्शन किया। उस साल भारत के द्वारा जीते गए पांच में से चार स्वर्ण पदक जीते पीटी उषा ने जीते थे।
एशियाई खेल 2018 में नीरज चोपड़ा भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने। जबकि, दुती चंद ने साल 1982 में पीटी उषा के रजत के बाद महिलाओं के 100 मीटर रेस में भारत को पहला पदक दिलाया।
विजेंदर सिंह और निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और जसपाल राणा जैसे भारतीय एथलीट भी एशियन हालांकि, एशियाई खेल की कबड्डी प्रतियोगिता में भारत का प्रदर्शन सबसे प्रभावशाली रहा है। में पोडियम पर जगह बनाने में कामयाब रहे हैं।
भारत को एकमात्र हार जकार्ता में आयोजित हुए एशियाई खेल 2018 में मिली जहां ईरान ने भारत को हराकर स्वर्ण पदक जीता था।
भारत 23 सितंबर, 2023 से चीन के
हांगझोऊ में आयोजित होने वाले एशियाई खेल 2023 में अपना कबड्डी खिताब फिर से हासिल करने के इरादे से मैट पर उतरेगा।
चीन के हांगझाऊ में आज 19वें एशियन गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा. हालांकि कुछ इवेंट्स आयोजन 19 सितंबर से ही शुरू हो गया था. भारत 23 सितंबर को टेबल टेनिस के महिला और पुरुष इवेंट में खेलने उतरेगा. अभी तक इस एशियन गेम्स में क्रिकेट, फुटबॉल और वॉलीबाल के क्वालिफिकेशन मुकाबलों का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें टीम इंडिया ने हिस्सा लिया है।
एशियन गेम्स में भारतीय वीमेंस क्रिकेट टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है. टीम इंडिया 24 सितंबर को सेमीफाइनल मुकाबले खेलने उतरेगी. इससे पहले क्वॉर्टरफाइनल मैच में टीम इंडिया के सामने मलेशिया की चुनौती थी, लेकिन दोनों टीमों के बीच मुकाबला बारिश की भेंट चढ़ गया. हालांकि, भारतीय टीम रैंकिंग के आधार पर सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही. भारत के अलावा श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश ने सेमीपाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया है।
एशियन गेम्स में भारत ने एक दर्जन मेडल जीत लिए हैं. इसमें 2 गोल्ड शामिल हैं. तीसरे दिन भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 16-1 से सिंगापुर को रौंदकर प्रचंड जीत दर्ज की, अब उसका अगला मुकाबला गुरुवार को जापान से होगा. भारत की नेहा ठाकुर ने सेलिंग तीसरे दिन का पहला मेडल (सिल्वर) दिलाया।
Indian team in Swimming Asian Games: तैराकी में भारत पुरुषों की 4X100 मीटर मेडले रिले स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गया है. श्रीहरि, लिकिथ, साजन और तनिष की चौकड़ी 3:40.84 के समय के साथ अपनी हीट में दूसरे (और कुल मिलाकर चौथे) स्थान पर रही।
स्क्वैश में महिला टीम स्पर्धा में अब भारत का अगला मुकाबला कल (27 सितंबर) नेपाल से होगा।