हिंदी सिनेमा की मशहूर अदाकारा वहीदा रहमान को भारत सिनेमा का सबसे बड़ा पुरस्कार ‘दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड’ मिलने जा रहा है। 60- 70 के दशक में वहीदा रहमान ने सिनेमा पर राज किया. उनकी शानदार एक्टिंग, डांस-एक्टिंग और खूबसूरती के लाखों दीवाने हैं। वहीदा रहमान और देव आनंद की जोड़ी को फैंस खूब पसंद करते थे। ‘सीआईडी’ से लेकर ‘गाइड’ तक दोनों ने साथ में कई शानदार फिल्में की हैं।
वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके शानदार योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित दादासाहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।
वहीदा रहमान ने तेलुगू फिल्मों से एक्टिंग के करियर की शुरुआत की थी. वो फिल्मों में आइटम नंबर ज्यादा किया करती थीं। एक दिन गुरदत्त की नज़र वहीदा रहमान पर पड़ी और उनकी किस्मत बदल गई। वहीदा रहमान को हिंदी फिल्मों में लाने वाले गुरदत्त ही थे। देवानंद के साथ फिल्म सीआईडी से वहीदा रहमान ने डेब्यू किया और फिर प्यासा, कागज के फूल, गाइड, नील कमल, तीसरी कसम, रंग दे बसंती और राम और श्याम जैसी सुपरहिट फिल्में कीं।
वहीदा रहमान ने हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, तेलुगू, मलयालम और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है। वहीदा रहमान को राष्ट्रीय पुरस्कार, 2 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड, पद्मश्री और पद्म विभूषण जैसे पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।