Air Force प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।
अब रणभूमि में कई टन वजनी जरूरत के सामानों को भी गिरा सकेगी वायु सेना।
भारतीय वायु सेना के सी-17 परिवहन विमान ने गुरुवार को आगरा के एक सैन्य क्षेत्र में एक स्वदेशी रूप से विकसित भारी प्लेटफॉर्म को उतारा। ये प्लेटफॉर्म 16 टन का भार ले जाने में सक्षम हैं। एयर फोर्स से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यह पहली बार है कि 24 फीट लम्बाई वाले प्लेटफॉर्म को भारतीय वायुसेना के विमान से गिराया गया।
भारतीय वायु सेना सी-17 ने पहली बार एडीआरडीई द्वारा विकसित टाइप वी प्लेटफॉर्म (24 फीट) को एयरड्रॉप किया। यह सफल परिणाम आईएएफ, भारतीय सेना और एडीआरडीई की समर्पित टीमों की मेहनत का परिणाम है। इंडियन एयर फोर्स की पश्चिमी कमान ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- 'स्वदेशी इनोवेशन की ताकत'
अधिकारियों ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर एयरड्रॉप का परीक्षण तीन चरणों में किया गया। एक अधिकारी ने प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि, पहले चरण में विमान के बाहर लोड का निरीक्षण करना शामिल था। दूसरे चरण में सी17 विमान में प्लेटफॉर्म की लोडिंग जांच शामिल थी और तीसरे चरण में एक चयनित ड्रॉप जोन पर पूरे सिस्टम को एयरड्रॉप करना शामिल था।
उन्होंने बताया कि, सभी चरण सफलतापूर्वक पूरे किए गए। कार्गो को योजना के अनुसार छोड़ा गया और इच्छानुसार सुरक्षित रूप से उतारा गया।