दोनों देशों के बीच चल रही शत्रुता के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग नवंबर में होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग के मौके पर मुलाकात करने के लिए तैयार हो गये हैं। अमेरिका ने दोनों नेताओं की मुलाकात की पुष्टि कर दी है, हालांकि उनकी बैठक के विवरण पर अभी भी काम किया जा रहा है।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा है, कि दोनों पक्षों ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी की अमेरिका यात्रा के बीच दोनों राष्ट्रपतियों की मुलाकात की रूपरेखा तय कर ली है और बाकी मुद्दों पर काम किया जा रहा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी आज अमेरिका के दौरे पर वॉशिंगटन पहुंचे हैं, जहां उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जैक सुलिवन से मुलाकात की है।
रिपोर्ट के मुताबिक, अब दोनों पक्षों को बैठक के सटीक दिन, स्थल और अन्य साजो-सामान के विवरण पर काम करना है।
बाइडेन-जिनपिंग की मुलाकात तय।
चीनी राष्ट्रपति आखिरी बार 2017 में अमेरिका आए थे, जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में उनकी मेजबानी की थी। बाइडेन ने अभी तक अमेरिकी धरती पर शी जिनपिंग की मेजबानी नहीं की है, और दोनों नेता आखिरी बार नवंबर 2022 में इंडोनेशिया के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर मिले थे।
शुक्रवार को बैठकों के बाद, व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, कि दोनों पक्ष 21 प्रशांत देशों के मंच APEC के इतर बाइडेन-शी जिनपिंग को आमने-सामने बिठाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
वॉशिंगटन दौरे पर वांग यी
अमेरिका और चीन के राष्ट्रपतियों की मुलाकात उस वक्त होने वाली है, जब दोनों देशों के बीच कई अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर संबंध काफी तनावपूर्ण हो चुके हैं और यूक्रेन के साथ साथ ताइवान को लेकर दोनों देश आमने- सामने हैं।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया है, कि अमेरिका और चीन दोनों को "रिश्तों में प्रतिस्पर्धा को जिम्मेदारी से प्रबंधित करने और कम्युनिकेशन की खुली लाइनें बनाए रखने की जरूरत है।" दोनों देशों ने इस बात पर जोर दिया, कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।
अमेरिकी अधिकारी जॉन किर्बी ने कहा, कि बाइडेन ने बैठक को "एक सकारात्मक विकास और बातचीत जारी रखने का एक अच्छा अवसर" के रूप में देखा और अमेरिकी राष्ट्रपति अपने चीनी समकक्ष से मुलाकात को लेकर आशावादी हैं।
इसके अलावा, चीनी पक्ष ने कहा, कि "दोनों पक्षों ने रचनात्मक माहौल में चीन-अमेरिका संबंधों और आम चिंता के मुद्दों पर विचारों का गहन आदान-प्रदान किया।" वांग यी ने उल्लेख किया, कि चीन का लक्ष्य अमेरिका के साथ संबंधों को "स्वस्थ, स्थिर और सतत विकास" के रास्ते पर आगे बढ़ाना है।
चीन के आग झुक रहा है अमेरिका?
भारत के प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकार ब्रह्रा चेलानी ने कहा है, कि दो-दो मोर्चों पर चल रहे युद्ध का समर्थन करने वाले अमेरिका के पास हथियारों का भंडार कम हो रहा है, लिहाजा अब अमेरिका, चीन के साथ शांति समझौता करने के मूड में है।
ब्रह्रा चेलानी ने एक ट्वीट में कहा, कि "चूंकि अमेरिका अब दो युद्धों में शामिल है (इजराइल और यूक्रेन) और उसके युद्ध सामग्री के भंडार गंभीर रूप से कम हो गए हैं, (लिहाजा) बाइडेन ताइवान पर तीसरे युद्ध को टालने की उम्मीद में, चीन के साथ संबंधों को सुधारने के लिए काम कर रहे हैं। अगले महीने शी जिनपिंग के साथ अपने नियोजित शिखर सम्मेलन से पहले, बाइडेन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की है।"
आपको बता दें, कि पिछले दिनों कई ऐसे रिपोर्ट आ चुके हैं, जिनमें कहा गया है, कि अमेरिका का हथियार भंडार काफी तेजी से कम हो गया है और कुछ महीने बाद अमेरिका इस स्थिति में नहीं रहेगा, कि वो यूक्रेन की भी मदद कर पाए। यूक्रेन को बेहिसाब हथियार बांटने की वजह से बाइडेन प्रशासन की घरेलू राजनीति में भी जमकर आलोचना की जा रही है। वहीं, अमेरिकी कांग्रेस भी अब यूक्रेन को दी जाने वाली अमेरिकी मदद पर रोक लगाने वाली है।