बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे मुकाबले में एंजेलो मैथ्यूज के विकेट को लेकर जमकर बवाल मचा। क्रीज पर देरी से पहुंचने के चलते मैथ्यूज को शाकिब अल हसन की अपील पर अंपायर ने टाइम आउट नियम के तहत आउट करार दिया। इस बीच मैच में फोर्थ अंपायर की जिम्मेदारी संभाल रहे एंड्रियन होल्डस्टॉक ने टाइम आउट के नियमों को विस्तार से समझाया है।
बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे मुकाबले में एंजेलो मैथ्यूज के विकेट को लेकर जमकर बवाल मचा। क्रीज पर देरी से पहुंचने के चलते मैथ्यूज को शाकिब अल हसन की अपील पर अंपायर ने 'टाइम आउट' नियम के तहत आउट करार दिया।
मैथ्यूज की अंपायर और शाकिब से काफी बहस भी हुई,लेकिन आखिरी में उनको मैदान छोड़कर जाना पड़ा। खराब खेल भावना दिखाने को लेकर शाकिब की हर तरफ थू-थू भी हो रही है। इस बीच, मैच में फोर्थ अंपायर की जिम्मेदारी संभाल रहे एंड्रियन होल्डस्टॉक ने 'टाइम आउट' के नियमों को विस्तार से समझाया है।
क्यों आउट दिए गए मैथ्यूज?
दरअसल, आईसीसी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें श्रीलंका की पारी के बाद फोर्थ अंपायर एंड्रियन होल्डस्टॉक टाइम आउट के नियमों की बारीकियों को समझाया है। उन्होंने बताया, "आईसीसी वर्ल्ड कप की प्लेइंग कंडिशंस एमसीसी के नियमों के अनुसार कहती है कि जब टाइम आउट होता है, विकेट गिरता है या फिर बल्लेबाज रिटायर होता है, तो नए बल्लेबाज को बॉल खेलने के लिए दो मिनट के अंदर तैयार होना होता है।"
क्या था विवाद?
दरअसल, सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज क्रीज पर देरी से पहुंचे। इसके साथ ही वह मैदान पर टूटे हुए हेलमेट के साथ आए और उन्होंने डगआउट में साथी प्लेयर से दूसरा हेलमेट लाने की मांग की। हालांकि, इसी बीच, बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैथ्यूज के खिलाफ अंपायर्स से टाइम आउट की अपील कर दी।
पहली बार में देखकर यह सिर्फ मजाक सा लगा, लेकिन अंपायर ने इस अपील को सीरियस लेते हुए मैथ्यूज को नियमों के अनुसार पवेलियन जाने का फरमान जारी कर दिया। मैथ्यूज ने काफी देर तक इसको लेकर अंपायर और शाकिब से बहस की, लेकिन आखिरकार उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा।