विनिर्माण और कृषि क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन बल पर चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर बढ़कर 8.2 फीसदी हो गयी है| पिछले साल इसी तिमाही में विकास दर 5.6% थी |
इसके साथ ही, भारत ने सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बन गयी है इसी तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही |
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के बयान में कहा गया , 2011-2012 के स्थिर मूल्यों पर चालू वित्त वर्ष (2018-19 ) की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 33.74 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्त वर्ष (2017-18 ) की पहली तिमाही में यह 31.18 लाख करोड़ रुपये था| यह वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही |
बयान के मुताबिक, आधारभूत कीमतों के आधार पर तिमाही का सकल मूल्यवर्धन पिछले वित्त वर्ष के 29.29 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 8 प्रतिशत बढ़कर 31.63 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया|
पिछले उच्च तिमाही सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि 2014-15
में जुलाई-सितंबर की अवधि में 8.4 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ों पर विचार करते हुए आर्थिक मामलों के सचिव एस सी गर्ग ने कहा कि पहली तिमाही में मजबूत जीडीपी प्रदर्शन चालू वित्त वर्ष के लिए 7.5 प्रतिशत के अनुमानित अनुमानों की उम्मीद को बढ़ाता है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीडीपी वृद्धि वैश्विक उथल-पुथल के माहौल में
"नई भारत की क्षमता का प्रतिनिधित्व करती है"।
आंकड़ों के मुताबिक,
'विनिर्माण' क्षेत्र का सकल मूल्य वर्धन 13.5 प्रतिशत की दर से बढ़ा पिछले वित्त वर्ष (2017-18 ) की इसी तिमाही में यह 1.8 प्रतिशत गिरा था |
'कृषि, वानिकी और मत्स्यपालन’ क्षेत्र पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही (2017-18) में
3 प्रतिशत की तुलना में
5.3 प्रतिशत की दर से वृद्धि की |