भारत समेत 27 अन्य देशों और यूरोपीय संघ ने आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स से जुड़े जोखिमों का आकलन करने के लिए एक साथ मंच पर सामने आए। यूनाइटेड किंगडम में एक बैठक किया गया जिसमें सभी 27 देशों ने मिलकर काम करने का वचन देते हुए एक घोषणा पर हस्ताक्षर किया।
यूके एआई शिखर सम्मेलन में प्रतिनिधि।
भारत समेत 27 अन्य देशों और यूरोपीय संघ ने यूनाइटेड किंगडम में एक बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स से जुड़े जोखिमों का आकलन करने के लिए मिलकर काम करने का वचन देते हुए एक घोषणा पर हस्ताक्षर किए।
इस बैठक में प्रतिनिधित्व करने वाले जो देश शामिल थे उनमें ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चिली, चीन, फ़्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इज़राइल, इटली, जापान, केन्या, सऊदी, अरब, नीदरलैंड, नाइजीरिया, फिलीपींस, कोरिया गणराज्य, रवांडा , सिंगापुर, स्पेन, स्विट्जरलैंड, तुर्की, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात, ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ थे।
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के कार्यालय के आधिकारिक पेज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "अग्रणी एआई देश एआई सुरक्षा पर दुनिया के पहले समझौते पर पहुंचे हैं।"
इस बैठक में 28 देशों ने लिया भाग
यूके सरकार ने बुधवार को "द बैलेचले डिक्लेरेशन" शीर्षक से एक बयान जारी किया, जिस पर यूरोपीय संघ सहित 28 भाग लेने वाले देशों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किए और सबसे परिष्कृत "फ्रंटियर" आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स सिस्टम द्वारा प्रस्तुत खतरों के बारे में एक गंभीर चेतावनी जारी की। इसमें कहा गया है, "बैलेचली पार्क घोषणा में 28 देश अवसरों, जोखिमों और फ्रंटियर एआई पर अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता पर सहमत हैं, जो सिस्टम सबसे जरूरी और खतरनाक जोखिम पैदा करते हैं।"
AI के उपयोग में हो सकती है वृद्धि
बैलेचली पार्क घोषणा में आवास, रोजगार, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, पहुंच, न्याय जैसे दैनिक दिनचर्या के विभिन्न क्षेत्रों में एआई सिस्टम के महत्व पर भी ध्यान दिया गया और कहा गया कि उनके उपयोग में वृद्धि देखने की संभावना है।
एआई जोखिम को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर संबोधित किया जाएगा और साझा चिंता के एआई सुरक्षा जोखिमों की पहचान करने और इन जोखिमों की एक साझा वैज्ञानिक और साक्ष्य-आधारित समझ बनाने पर जोर दिया जाएगा।
AI को खुलेपन, सुरक्षा, विश्वास और जवाबदेही के चश्मे से देखें
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को यूके में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर दुनिया के पहले वैश्विक शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि भारत एआई को खुलेपन, सुरक्षा, विश्वास और जवाबदेही के चश्मे से देखता है।