17 मार्च 2016
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पर्यटन-प्रशासन एवं प्रबंधन में यूजीसी-नेट उत्तीर्ण, एम.बी.ए. इन टूरिज्म-मैनेजमेंट(सीएसजेएम-कानपुर विश्वविद्यालय), मास्टर्स इन मास-कम्युनिकेशन(लखनऊ विश्वविद्यालय), दैनिक जागरण-यात्रा विभाग में बतौर लेखक (१ जून २००८ से १७ सितम्बर २०१५ तक ) ७ वर्ष, ३ माह एवं १७ दिन का कार्य-अनुभव, नई दिल्ली के प्रकाशकों द्वारा कुछ पुस्तकों का प्रकाशन जैसे - मैनेजिंग एंड सेल्स प्रमोशन इन टूरिज्म (अंग्रेज़ी), शक्तिपीठ (हिंदी) और फिल्म-पटकथा लेखन पर आधारित मौलिक गीतों युक्त हिंदी में लिखी पुस्तक- “देवी विमला”...एक साधारण भारतीय महिला की असाधारण कहानी, प्रख्यात गीतकार श्री प्रसून जोशी द्वारा एक प्रतियोगिता में चयनित सर्वश्रेष्ठ गीतों में से एक गीत शामिल, जागरण जोश के कवर पेज पर आल-एडिशन फोटो...D
क्योकि लातों के भूत बातों से नहीं मानते ! भय बिन होत न प्रीति ,इसलिए बिना कानून के इस समस्या से छुटकारा संभव नहीं !
3 मई 2016
अवश्य और जल्दी ही बनना चाहिए क्योंकि हमारे देश से ज्यादा अन्न की बर्बादी शायद दुनिया में कहीं और नहीं होती और इस कानून के सख्ती से लागू होने पर भुखमरी की समस्या और भिखारी की संख्या अपने आप काम हो जाएगी !
28 अप्रैल 2016
<p>जरुरी है </p>
26 अप्रैल 2016
हाँ बिल्कुल
25 अप्रैल 2016