जेएनयू मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ अरविन्द केजरीवाल द्वारा ट्विटर पर भगवा धारण किये प्रतीकात्मक भगवान हनुमान द्वारा मोदी जी से कहना कि सर काम पूरा हो गया सबका ध्यान जेएनयू पर है के विवादस्पद कार्टून की पोस्टिंग करने को क्या आप उचित मानते हैं ? क्या अंध-विरोध की राजनीति जायज है ??? राजनीति में भगवान तक को लपेटे में लेना क्या वास्तव में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है ???