एक फरवरी को पेश होने वाले बजट को लेकर सरकार का फोकस आम आदमी को खुश करने पर है। बजट पेश होने में 3 दिन बचे हैं।चुनावी साल होने की वजह से सरकार का ध्यान आम आदमी को खुश करने पर होगा।ऐसे में सरकार का फोकस का रोटी, मकान, नौकरी और किसान पर ही होगा।
लोगों को उम्मीद है कि अंतरिम बजट में रोजगार के मौके बढ़ाने और महंगाई को बढ़ने से रोकने के उपाय हो सकते हैं।ऐसे में सरकार का फोकस का रोटी, मकान, नौकरी और किसान पर ही होगा। हर साल लाखों युवा वर्कफोर्स का हिस्सा बन रहे हैं। इनके लिए रोजगार के मौके पैदा करना सरकार के लिए बजट में बड़ी चुनौती है।
अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, 1 फरवरी को कुछ महत्वपूर्ण घोषणाओं की उम्मीद है। इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि या पीएम-किसान के तहत हस्तांतरित धन की राशि को मौजूदा ₹6,000 से लगभग 50% बढ़ाकर ₹9,000 सालाना किया जा सकता है।
कोरोना की महामारी के बाद से खाने-पीने की चीजों की कीमतें बढ़ी हैं।रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत भी 1000 रुपये के करीब पहुंच गई है। हालांकि, सरकार ने दो-ढाई महीने पहले इसमें कमी की थी। लेकिन, यह कमी पर्याप्त नहीं है। सरकार को रोजमर्रा की चीजों की कीमतें बढ़ने से रोकने की कोशिश करनी चाहिए।इससे आम आदमी खासकर कम आय वर्ग के लोगों को बहुत राहत मिलेगी।
सरकार को रोजगार के अवसर बढ़ाने होंगे। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस बढ़ाया है।इससे रोजगार के मौके बढ़ाने में मदद मिली है।
बजट 2024 में किसानों को भी खुशखबरी मिल सकती है। अंतरिम बजट में वित्तमंत्री प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की किस्त बढ़ाकर 9,000 रुपये कर सकती हैं।