बेशक हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार अशोक कुमार बेशक (Ashok Kumar) हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी फिल्म किस्मत को कोई नहीं भूल सकता। आज हिट फिल्में सुपरहिट किस्से में हम उनकी फिल्म किस्मत (Kismet) के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं। आइए जानते कि कैसे अशोक कुमार की किस्मत ने भारतीय सिनेमा के स्तर को ऊंचा उठाने में अहम भूमिका अदा की।
अशोक कुमार की फिल्म किस्मत सबसे शानदार मूवी (सौजन्य से जागरण)
हिंदी सिनेमा जगत में कई ऐसी फिल्में हैं, जिनके बारे में चर्चा कई दशकों से चलती आ रही है। आज के ''हिट फिल्में सुपरहिट किस्से'' में हम आपके लिए इंडस्ट्री के सदाबहार अभिनेता रहे अशोक कुमार की साल 1943 में आई फिल्म 'किस्मत' (Kismet) की चर्चा करने जा रहे हैं।
आजाद भारत से पहले सिनेमाघरों में रिलीज हुई 'किस्मत' ने सही मायनों में सिनेमा की किस्मत को बदल के रख दिया है। ऐसे में इस लेख में अशोक (Ashok Kumar) की 'किस्मत' से जुड़े कुछ रोचक किस्से हम आपको बताने जा रहे हैं।
बॉक्स ऑफिस पर 'किस्मत' ने बनाया ये रिकॉर्ड
एक तरफ दुनिया उस समय द्वितीय विश्व युद्ध की गवाह बन रही थी और दूसरी ओर बॉलीवुड के अभिनेता अशोक कुमार की फिल्म 'किस्मत' ने आजादी से पहले के भारतीय सिनेमा के स्तर को आगे की ओर बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाई। निर्देशक ज्ञान मुखर्जी के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने अपने शानदार प्रदर्शन से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया।
उस दौर में अशोक की 'किस्मत' ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 1 करोड़ का कलेक्शन किया और पहली बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर साबित हुई। मौजूदा समय के आधार पर देखा जाए तो फिल्म का ये कलेक्शन आज की किसी मूवी की अनुमानित कमाई का 30 गुना के आस-पास बैठता है।
एंटी हीरो की कहानी का उदय
अशोक कुमार की 'किस्मत' ने भारतीय सिनेमा की परिभाषा को बदल कर रख दिया था। उससे पहले फिल्मों में हीरो की छवि बड़ी साफ सुथरी दिखाई जाती थी। हीरो जो न सिगरेट पीता हो, न जेल जाता हो, न ही कोई ऐसा बुरा काम करता हो जो लोगों की नजर में गलत हो।
लेकिन फिल्म 'किस्मत' में अशोक कुमार को इसके विपरीत दिखाया गया है। इस मूवी में अशोक सिगरेट से लेकर जेल जाने तक सारे काम करते नजर आए हैं, लेकिन इसके बावजूद वह फिल्म के हीरो रहे हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो 'किस्मत' से सिनेमा जगत में एंटी हीरो का उदय हो गया।
देशभक्ति और बोल्ड थीम पर फिल्म की कहानी
फिल्म 'किस्मत' की सफलता का राज इसकी थीम रही। एक तरफ अशोक कुमार की ये मूवी बोल्ड थीम पर बनने वाली हिंदी फिल्म है। जिसमें हीरो 3 बार जेल की हवा खाकर बाहर आता है। दूसरी ओर एक कुंवारी लड़की जो शादी से पहले प्रेग्नेंट हो जाती है।
मौजूदा समय में फिल्मों में ये सब देखना आम बात है लेकिन आजादी से पहले के भारत में इस तरह की कहानी की फिल्म को प्रस्तुत करना बड़े जिगरे वाला काम माना जाता था। दूसरी ओर इस फिल्म में देशभक्ति की भावना के स्तर को भी दिखाया गया, मूवी के गाने आजाद भारत की लड़ाई को बढ़ावा देने के लिए काफी कारगर साबित हुए थे।
किस्मत' की दमदार स्टार कास्ट
यूं तो अशोक कुमार ने अपने फिल्म करियर में एक से बढ़कर एक फिल्म की थी। लेकिन 'किस्मत' उनकी सबसे बड़ी हिट फिल्म में से एक रही। इस मूवी में अशोक ने शेखर का किरदार अदा किया, जो आज भी फैंस के दिलों में जिंदा है।
अशोक के अलावा ज्ञान मुखर्जी की 'किस्मत' में मुमताज शांति, महमूद, कानू रॉय और शाह नवाज जैसे कलाकार अहम भूमिकाओं में मौजूद रहे। इस फिल्म को आप ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा पर आसानी से देख सकते हैं।
32 साल 'किस्मत' के नाम रहा ये रिकॉर्ड
अक्सर देखा गया है कि जो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपार सफलता हासिल करती है, लंबे समय तक सिनेमाघरों में चलती रहती है। इसकी शुरुआत अशोक कुमार की 'किस्मत' से एक दम सही बैठती है। रिलीज के बाद 'किस्मत' ने इस तरीके से कामयाबी का परचम लहराया, जिसकी चर्चा लंबे समय तक जारी रही।
आलम ये रहा कोलकाता के रॉक्सी सिनेमा में करीब 187 सप्ताह तक अशोक कुमार की 'किस्मत' चलती रही। इस फिल्म के नाम ये रिकॉर्ड 32 साल तक कायम रहा, इसके बाद साल 1975 में रिलीज हुई 'शोले' ने अशोक की फिल्म का ये रिकॉर्ड तोड़ा।