इजरायल पर चरमपंथी संगठन हमास के किए गए रॉकेट हमले के बाद से जारी जंग के बीच कांग्रेस और बीजेपी में बयानबाजी शुरू हो गई है।
शशि थरूर(सौजन्य से abp news)
इजरायल पर चरमपंथी संगठन हमास के हमले के बाद से लगातार पांचवें दिन जंग जारी है।अब इस युद्ध को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग शुरू हो गई है। फलस्तीन को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के प्रस्ताव पर बुधवार (11 अक्टूबर) को असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता हिमंत बिस्व सरमा ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि इनका (कांग्रेस) बयान पाकिस्तान और तालिबान जैसा है। वहीं इसपर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पलटवार करते हुए कहा कि हमें फलस्तीन को भी नहीं भूलना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, ''भारत को फलस्तीन के साथ भी खड़ा होना चाहिए है. हमें फलस्तीन के मुद्दें को नहीं भूलना चाहिए है।'
सरमा ने क्या कहा?
हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''कांग्रेस का प्रस्ताव पाकिस्तान और तालिबान के बयान से मिलता-जुलता है।' सरमा ने आगे कहा, ''कांग्रेस ने हमास की निंदा नहीं की।इजरायल पर आतंकी हमले की निंदा नहीं की. महिलाओं और बच्चों को बंधक बनाए जाने को लेकर कुछ नहीं कहा।तुष्टिकरण की राजनीति के लिए देश के हित की बलि चढ़ाना कांग्रेस के डीएनए में है।''
कांग्रेस के प्रस्ताव में क्या है?
कांग्रेस कार्य़ समिति ने सोमवार (9 अक्टूबर) को मीटिंग कर एक प्रस्ताव पारित किया था।इसमें फलस्तीन का जिक्र कर लिखा था,''अब सीडब्लयूसी मीडिल ईस्ट में छिड़े युद्ध और हजार से अधिक लोगों के मारे जाने पर पीड़ा व्यक्त करती है।सीडब्लयूसी फिलिस्तीनी लोगों के जमीन, स्वशासन और आत्म-सम्मान एवं गरिमा के साथ जीवन के अधिकारों के लिए अपने दीर्घकालीन समर्थन को दोहराती है।''
पीएम मोदी ने बताया आतंकी हमला
पीएम मोदी ने मंगलवार को अपने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात कर कहा कि इस मुश्किल घड़ी में भारत के लोग उनके देश के साथ खड़े हैं।