shabd-logo

दैनिकजीवन

hindi articles, stories and books related to dainikjiivn


*उनके लिए --*जिन लोगों को लगता है कि द कश्मीर फाइल में सच को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया जा रहा है तो उन्हें इतिहास से जानना चाहिए कि -  • *पृथ्वीराज चौहान*..... अंधा करके मारा गया• *गुरु अर्जुनदेव जी

🌿दिनांक  :-02/05/22🌿 🌺सुनो ना दैनन्दिनी ,                          

"प्यार का बुखार"  प्यार एक ऐसा बीमारी होता है जो कि अगर इंसान हो एक बार पकड़ ले तो वो जिंदगी भर तड़पता रहता है और इस बीमारी का इलाज भी नहीं है इस दुनिया में ।।लेकिन ये भगवान ने जो लड़की नामक

हैलो सखी।लो मै फिर आ गयी।आज तो मेरी तुम से मुलाकात शाम को हो रही है ।अब पूछोगी नही कि शाम को क्यों तुम तो सुबह मिलने आती थी। मै बता देती हूं आज काफी समय बाद देहली जाना हुआ वो भी मैट्रो मे ।सच मे अपनी

🌿दिनांक :- 01/05/22🌿      🌺सुनो ना दैनन्दिनी,                                  सबकी बातें बड़े चा

चाँदनी रात में बैठा हूँ उसकी याद में,वो कब आएगी मुझसे बतियाएगी,उसकी प्यारी-प्यारी बातें लोरी सी लगती हैं,उसकी कजरारी आँखें झील सी दिखती हैं,मैं उन झील सी कजरारी ऑंखों में डूब जाता हूँ।उसका हल्का सा स्

ये दृढ़ विश्वास हमारा,भारत नहीं किसी से हारा,इस अदृश्य शत्रु को मारेंगे,जीतेंगे, जिताएंगे,कोरोना मार भगाएंगे।दो-गज दूरी, बहुत जरूरी,मास्क जरूर लगाएंगे,जीतेंगे, जिताएंगे,कोरोना मार भगाएंगे।नियमों का पा

मैं आँखों के डॉक्टर के पास गया,आँख दिखाई,डॉक्टर बोला,इसमें तो गड़बड़ है भाई,मैंने कहा फिर क्या होगा,डॉक्टर बोला ऑपरेशन होगा भाई,मैंने कहा ऑपेरशन कर दो,उसने ऑपेरशन कर दिया,फिर दे दी दवाई,बोला ये खाना,ये

ऐ! चाँद ,ऐ! चाँद , आऊँगा तेरे पास एक दिन, पूछूँगा तेरा धर्म,  हिन्दू है या इस्लाम, क्योंकि चौथ पर पूजते हैं तुझे हिन्दू, और ईद पर मुसलमान। क्यों नहीं देता संदेश, अपने इन बंदों को, कि मैं न हिन्द

हैलो सखी ।  कैसी हो।हम तो यहां गर्मी मे उबल रहे है।जरा मुझे बताएं जो जो मेरी सखी और मेरा वार्तालाप पढ़ रहे है वो बताएं कि उनके शहर मे मौसम कैसा है।हमारे यहां तो तेज लू चल रही है। हां खरबूजे तरबूज

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए