बालमन भी विचित्र कल्पनायें करता है,भूरे बादलों में उसे हाथी बनता दिखता है,हवा के रुख के साथ चलते बादलों में,कोई आकार बनता और बिगड़ता है।कभी खरगोश कभी बिल्ली कभी चूहा देख,वह प्रसन्न होता है,तो कभी भालू
बालमन भी विचित्र कल्पनायें करता है,भूरे बादलों में उसे हाथी बनता दिखता है,हवा के रुख के साथ चलते बादलों में,कोई आकार बनता और बिगड़ता है।कभी खरगोश कभी बिल्ली कभी चूहा देख,वह प्रसन्न होता है,तो कभी भालू
हम किसी न किसी वाहन से यात्रा करते रहते हैं| जहां भी हमे जाना अच्छा लगता हैं| हर किसी को
कभी स्कूल में हमने हमारे हिन्दू आश्रम व्यवस्था के बारे में पढ़ा था, जिसमें हमें बताया गया था कि चार आश्रम ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास होते हैं। तब हमें पता नहीं था कि समय के साथ इन आश्रम व
डियर काव्यांक्षी कैसी हो प्यारी🥰 मैं भी मजे हूं।आज का विषय मिला वृद्ध आश्रम काव्यांक्षी मेरा तो मानना है । इस शब्द का
गोधूली के समय सब कुछ सुहाना लगने लगता है ।पत्नी को अपने पति के घर आने का इंतजार रहता है कि वो आयेगे तो उनके साथ चाय की चुसकियो के साथ कुछ मिठी -मिठी बाते होगी 💞
पैसा है जरूरी ,पर सब कुछ नहीं है पैसा ...पैसे को लेकर रिस्ते हर रोज हो रहे है जार - जार ...बेशक पैसा है जरूरी पर रिश्तों का भी रखिये ख्याल ...अंतिम घड़ी में पैसे आते नहीं है काम ...✍🏻रिया सिंह सिकरवा
मेरे चेहरे और मुस्कुराहट पर ...ध्यान मत देना कोई ...इस चेहरे और मुस्कुराहट के पिछे ...राज छुपा रखा हैं मैनें कई ...✍🏻रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " (बिहार)
चेहरा वही होता हैं ,लेकिन उस चेहरे पर कोई मरता है ,तो वही कोई उस चेहरे को जला देता है ,कोई उस चेहरा से प्यार करता है ,तो कोई उस चहेरा से बेइंतहा नफरत करता हैं ।ये सब अपनी - अपनी सोच पर निर्भर करता है
दुनियां में कुछ लोग ऐसे भी होते है . . .जो बातें तो बड़ी - बड़ी औरमहान पुरुषों वाली करते है . . .परन्तु रियल लाइफ में वो बहुत ही घटियाँ और नीच सोच वाले होते है ।✍🏻 रिया सिंह सिकरवार " अनामिका "
छूने को तो मैंने .. आसमान की ख्वाहिश की है और इस ख्वाहिश को पूरा करने क
भगवान मुझे इतनी ऊंचाइयां कभी मत देना कि मैं लोगों को भुल जाऊ ।✍🏻 रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " ( बिहार )
ऊँचाई पर जाने के लिए बोलते बहुत कम हैऊँचाई को छूने पर वही जलते बहुत हैरास नहीं आती उनको मेरी ऊँचाई पर पहुँचना इसीलिएवो मेरी टाँग खीचाई करते बहुत
सबसे बड़ा आश्रम घृसथ आश्रम को बताया गया है | जिसमे की एक अविवाहित वर और वधू विवाह कर अपनी&nbs
एक वृद्धाश्रम - जिसे कभी-कभी सेवानिवृत्ति गृह भी कहा जाता है, बुजुर्गों के लिए एक सुविद्यावो युक्त आवास सुविधा है। आमतौर पर, घर में प्रत्येक व्यक्ति या जोड़े के पास एक अपार्टमेंट-शैली का कमरा या कॉमन
Hello friendsआज काफी दिनों के बाद मैं आप लोगों से मिल रही हूं और आशा करती हूं की आप सब लोग ठीक होंगे ? आज का हमारा लेख " वृद्ध आश्रम " का है , तो हमारी बातें तो जारी ही रहेंगी , फिलहाल चलिए चलते
दिलरुबा दिनांक -8/9/22 दिन-बृहस्पतिवार मेरी प्यारी दिलरुबा और साथियों आज का टॉपिक वृद्ध आश्रम एक गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है वृद्ध आश्रम में आज बूढ़े और अनाथ लोग ही नहीं बल्कि वह लोग रहने प
8/9/2022प्रिय डायरी, आज का शीर्षक है वृद्धाश्रम, आज का युग कर्मयोगी हो गया है युवा पीढ़ी खास तौर पर लड़कियां और महिलाएं म
सुख और उम्र का तालमेल,आपस में कब बनता है।कैसे उम्र ये कटती रहती,सुख दुःख जीवन में रहता है।।सुख और समृद्धि जीवन में,शांति जीवन में लाती है।आशा और निराशा के बीच,भंवर में डोलती रहती है।।सुख कब मिलता जीवन
समय यात्रा समय में कुछ बिंदुओं के बीच गति की अवधारणा है, आमतौर पर एक काल्पनिक उपकरण है जिसे टाइम मशीन के रूप में जाना जाता है समय यात्रा (Time travel,) एक ऐसी स्थिति है जिसमे हम ब्रह्माण्ड के क