ग्रह डालते हैं जीवन पर असर, इनके अनुसार करें बिजनेसअगर आप एक बिजनेस मैन है और आपका बिजनेस ठीक से फल फूल नहीं रहा है तो इसके पीछे उसके ग्रह की स्थिति हो सकती है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि किसी भी व्यवसाय के पीछे कोई एक ग्रह जरूर होता है। अगर वह ग्रह अच्छा है तो व्यवस
*सृष्टि के आदिकाल में परब्रह्म के द्वारा वेदों का प्राकट्य हुआ | वेदों को सुनकर हमारे ऋषियों ने शास्त्रों की रचना की | उन्हीं को आधार मानकर हमारे महापुरुषों के द्वारा अनेकानेक ग्रंथों की रचना की गयी जो कि मानव मात्र के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका में रहे हैं | इन ग्रंथों का मानव जीवन में बहुत ही महत
*संपूर्ण विश्व में भारत एक ऐसा देश है जहां के संस्कार एवं संस्कृति संपूर्ण विश्व पर अमिट छाप छोड़ती है | भारत ही ऐसा देश है जहां समय-समय पर नारायण ने अनेक रूपों में अवतार लिया है | वैसे तो भगवान के प्रत्येक अवतार ने कुछ ना कुछ मर्यादाएं स्थापित की हैं परंतु त्रेतायुग में अयोध्या के महाराज दशरथ के यह
आपके व्यक्तित्व पर होता है आपके जन्म दिन का प्रभावजिस दिन आपका जन्म हुआ, वह दिन काफी दिलचस्प है। शायद ही आप जानते हों कि आपके जन्म तारीख की ही तरह आपके पैदा होने के दिन (सोमवार से रविवार) से आपके बारे में कई सारी जानकारियां सामने आती हैं। यहां हम बात कर रहे हैं सप्ताह के
इस बार अक्टूबर का पूरा महीना व्रत-त्यौहार के नाम है. हिन्दू पंचांग के अनुसार इस महीने में बड़े-बड़े त्यौहार और व्रत मनाये जायेगे. इस महीने में बड़े पर्व में नवरात्रि, दशहरा, दीपावली जैसे त्यौहार है. महीने के शुरुआती दिनों में ही माँ दुर्गा के नवरात्री उत्सव मना रहे है. नवरात
मां दुर्गा का प्रत्येक स्वरूप मंगलकारी है और एक-एक स्वरूप एक-एक ग्रह से संबंधित है। इसलिए नवरात्रि में देवी के नौ स्वरूप की पूजा प्रत्येक ग्रहों की पीड़ा को शांत करती है।देवी माँ या निर्मल चेतना स्वयं को सभी रूपों में प्रत्यक्ष करती है,और सभी नाम ग्रहण करती है। माँ दुर्गा के नौ रूप और हर नाम में एक
अंतिम संस्कार का शास्त्रों में बहुत वर्णन दिया गया है क्योंकि इसी से व्यक्ति को परलोक में उत्तम स्थान और अगले जन्म में उत्तम कुल परिवार में जन्म और सुख प्राप्त होता है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जिस व्यक्ति का अंतिम संस्कार नहीं होता है उनकी आत्मा मृत्यु के बाद प्रेत बनकर भटकती है औ
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया की शतभिषा नक्षत्र में शुरू हो रहे पितृ आराधना के पर्व में श्राद्ध करने से सौ प्रकार के तापों से मुक्ति मिलेगी।इस वर्ष भाद्रपद माह की पूर्णिमा पर 13 सितंबर 2019 ( शुक्रवार) को शततारका (शतभिषा) नक्षत्र,धृति योग,वणिज करण एवं कुंभ राशि के चंद्रमा की साक्
अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए ज़रूर सुना होगी कि ‘किसी भी आदमी की सफलता के पीछे एक औरत का हाथ होता हैं।’ जी हां, यह काफी हद तक सही भी है। महिलाएं घर परिवार का इस तरह से ध्यान रखती हैं कि पुरूष वर्ग को बच्चों और परिवार की टेंशन ही नहीं रहती हैं और वे अपने करियर पर ध्यान
राखी सावंत. अपने बयानों के कारण हमेशा चर्चा में बनी रहती हैं. एक बार फिर उन्होंने कुछ इसी तरह का बयान दिया है. राखी अब हमेशा के लिए यूके जा रही हैं. अपने पति के पास. बाकायदा इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर उन्होंने ये बात बताई है. जाते-जाते अ
हिन्दुस्तान ही दुनियां का एकमात्र देश है जहाँ हज़ारों सालो से देवी देवता रात में ख्वाबों में आते है और अपना मंदिर बनाने का आदेश दे देते है, सुबह उठाकर राजा, रानी या कोई साहूकारा जिन्हे देवी या देवता ने चुना होता है, अपने लोगो को आदेश दे देता है और एक
हरतालिका तीज व्रत 2 सितंबर 2019 को ही मनाया जाना शास्त्र सम्मत क्यों होगा??विद्वतजन कृपया ध्यान देंसम्पूर्ण भारतवर्ष में "हरतालिका तीज" सुहागिन महिलाओं द्वारा किए जाने वाले प्रमुख व्रतों में से एक है। यह व्रत पति की लंबी उम्र और मंगल कामना के लिए रखा जाता है। इस दौरान महिलाएं निर्जला व्रत रखकर माता
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर हर कोई भगवान कृष्ण को मानाने में लग जाता हैं. इस बार देश के अलग अलग हिस्सों में 23 और 24 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जा रही है. इस त्यौहार पर श्रीकृष्ण की पूजा और श्रृंगार का बड़ा ही महत्त्व माना जाता हैं. इसके बिना कृष्णजी की पूजा अधूरी होती हैं. ऐ
आज अगर कोई कहे कि घर में पूजा है, तो ये माना जा सकता है कि “सत्यनारायण कथा” होने वाली है। ऐसा हमेशा से नहीं था। दो सौ साल पहले के दौर में घरों में होने वाली पूजा में सत्यनारायण कथा सुनाया जाना उतना आम नहीं था। हरि विनायक ने कभी 1890 के आस-पास स्कन्द पुराण में मौजूद इस संस्कृत कहानी का जिस रूप में अन
hindiwebhindiwebपृथ्वी पर तमाम ऐसे आश्चर्य मौजूद है ठीक ऐसा ही एक आश्चर्य कृष्णा की बटर बाल नाम की एक चट्टान भी है | यह पत्थर चेन्नई के महाबलीपुरम में स्थित है | यह विशालकाय चट्टान 45 डिग्री कोण पर बड़ी मजबूती से टिकी हुई है | हैरानी की बात यह है कि ढलान पर होने के बाद यह
सावन के महीने में अगर बाबा अमरनाथ बर्फानी के दर्शन हो जाए तो शिव भक्तों को मानो सबकुछ मिल जाए। मगर भक्त और भगवान के बीच कुछ राक्षसों यानी आतंकियों का साया है जिसके डर से लोग वहां जाने से डरते हैं। बाबा अमरनाथ के दर्शन से बहुत कुछ सिद्ध
भारत देश में आपको जितने मंदिर देखने को मिलेंगे उतने शायद ही किसी दूसरी जगह होंगे. यहाँ भगवान को लेकर लोगो की आस्था काफी बड़ी हैं. दिलचस्प बात ये हैं कि जितने भी मंदिर बने हैं उन सभी की अपनी एक खासियत होती हैं. उनके पीछे कोई ना कोई चमत्कार या कहानी होती हैं. समय के साथ साथ
*सनातन धर्म आदिकाल से ही अपनी दिव्यता के लिए जाना जाता है | सनातन का सिद्धांत है कि ईश्वर सर्वत्र समान रूप से व्याप्त है | इसी को प्रतिपादित करते हुए गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा कि :- "ईश्वर सर्व भूतमय अहई" इसी सिद्धांत को आगे बढ़ाते हुए हमारे महापुरुषों में सनातन के सिद्धांत बनाये थे | सनातन की
हिंदू धर्म में करोड़ों देवी-देवता हैं लेकिन कुछ को सर्वोच्च माना जाता है। जैसे देवों में देव महादेव शंकर भगवान होते हैं वैसे ही सभी देवियों में दुर्गा मां को उच्च स्थान दिया गया है। सीता, पार्वती, लक्ष्मी, काली सभी इन्ही के अवतार हैं और इन्हें हिंदू धर्म में सर्वोच्च भगवान माना जाता है जिनके आगे ईश्