सावन के महीने में अगर बाबा अमरनाथ बर्फानी के दर्शन हो जाए तो शिव भक्तों को मानो सबकुछ मिल जाए। मगर भक्त और भगवान के बीच कुछ राक्षसों यानी आतंकियों का साया है जिसके डर से लोग वहां जाने से डरते हैं। बाबा अमरनाथ के दर्शन से बहुत कुछ सिद्ध होता है इसलिए लोग दूर-दूर से इतना जोखिम उठाकर वहां दर्शन के लिए जाते हैं क्योंकि उन्हें विश्वास होता है कि भोलेनाथ बाबा उनकी रक्षा करेंगे। यहां जाने के लिए कुछ सरकारी प्रक्रिया से भी होकर गुजरना होता है। मगर इस बार भक्तों को दर्शन करने में समस्या आ रही है। इसी के साथ बाबा अमरनाथ का ऐसा रूप देखने को मिल रहा है जैसे ये संकेत हों कि इस बार आतंकियों का सर्वनाश बाबा बर्फानी करेंगे। हमें बस सतर्क रहते हुए बहुत सी चीजों को सोच-समझकर चलना होगा, भोलेनाथ बाबा कभी तो आतंकियों का खात्म करेंगे।
बाबा बर्फानी का संपूर्ण अवतार
भोलेनाथ की तीसरी आंखें खुलती हैं तो राक्षसों का संहार होता है और इस बार आतंकियों का खात्मा बहुत जरूरी है। भोलेनाथ अपनी शक्ति से हर नकारात्मक ऊर्जा को खत्म कर सकते हैं और आतंकियों के नापाक मंसूबों को देखते हुए भोले भक्तों से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा वहीं पर रोक दें और अपने-अपने घरों को वापस लौट जाएं। लोगों की जान को खतरा हो सकता है और ऐसा भारत सरकार कभी नहीं चाहेगी। इसी बीच न्यूज एजेंसी ANI ने भोलेनाथ की एक ताजा तस्वीर जारी की है जिसमें बाबा बर्फानी का संपूर्ण रूप दिखाई दे रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि लंबे समय से बाब अमरनाथ इतने विस्तार रूप में नजर आ रहे है और शिव भक्तों की आस्था ये है कि बाबा बर्फानी यूंही नहीं हो रहा बल्कि अब भोले शंकर मानव जाति का कल्याण करने के लिए प्रकट होंगे।
इस तस्वीर को देखना हर किसी शिव भक्त के लिए सौभाग्य की बात हो सकती है। बाबा बर्फानी पूर्ण रूप में नजर आ रहे हैं और पिछले कुछ साल से बाबा बर्फानी यात्रा पूर्ण होने से पहले ही विलय हो रहा था लेकिन इस बार जब सुरक्षा कारणों के चलते यात्रियों को बीच में ही घर लौटने की सलाह दी जाने लगी है तो बाबा का ऐसा रूप देखने को मिल रहा है। यहां आपको बता दें कि आधिकारिक रूप से अमरनाथ यात्रा सावन के महीने के आखिरी दिन यानी पूर्णिमा (15 अगस्त) के दिन खत्म होने वाली है। धर्म शास्त्रों में भी कहा गया है कि भगवान शंकर वैसे तो भोले हैं लेकिन अगर कोई मानव जाति को नुकसान पहुंचाने के बारे में सोचता भी है तो वे तीसरी आंख खोलकर उसका संहार कर देते हैं। इस समय जम्मू-कश्मीर में भी लोगों में सबसे बड़ा डर आतंकियों का है क्योंकि ये किसी के नहीं होते हैं इन्हें लोगों को मारने से मतलब होता है और कभी तो घड़ा भरेगा और ईश्वर इन सबका संहार करेंगे। तभी जाकर जम्मू-कश्मीर में अमन और शांति स्थापित होगी।
अमरनाथ पर है आतंक का साया
जम्मू-कश्मीर की घाटियों पर स्थित अमरनाथ की यात्रा करना हिंदू धर्म के लोगों के लिए सौभाग्य की बात होती है। यहां को लेकर इंटेलीजेंस इनपुट के हवाले से आतंकवादी खतरे की बात कहते हुए जम्मू-कश्मीर सरकार ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें तीर्थ यात्रियों को घाटी से जल्द से जल्द लौटने के लिए कहा गया है । जम्मू एंड कश्मीर के गृह विभाग ने यह एडवाइजरी जारी की है। यात्रा को लेकर शीर्ष सुरक्षा प्रतिष्ठान ने कहा कि इस तरह के इनपुट हैं कि यात्रा को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा एक बार फिर निशाना बनाया जा सकता है। एडवाइजरी में ये भी कहा गया है कि आतंकवादी धमकी के नवीनतम इटेंलीजेंस इनपुट खास तौर पर अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाए हैं। कश्मीर की घाटी के सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ही उन्हें घर जाने के सुझाव दिए गए हैं।