यूरोपियन संघ अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग के लिए नए नियम निर्धारित करने वाला पहला महाद्वीप बन गया है। यूरोपियन संसद और संघ के यूरोपियन सदस्य देशों के बीच समझौते को ऐतिहासिक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था —-----------------------------अतीक हत्याकांड: 'यूपी में अराजकता का राज, आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए';
पति द्वारा क्रूरता से तो सभी वाकिफ हैं और उसके परिणाम में पति को सजा ही सजा मिलती है किन्तु आनंद में तो पत्नी है जो क्रूरता भी करती है तो भी सजा की भागी नहीं होती उसकी सजा मात्र इतनी कि उसके पति
साक्ष्य अधिनियम की धारा 32 में वे दशाएं बताई गयी हैं जिनमे उस व्यक्ति द्वारा सुसंगत तथ्य का किया गया कथन सुसंगत है जो मर गया है या मिल नहीं सकता इत्यादि ,और ऐसे में जो सबसे महत्वपूर्ण है वह है ध
तलाक कहूं या विवाह -विच्छेद ,बहुत दुखद होता है किन्तु बहुत सी शादियां ऐसी होती हैं जिनमे अगर तलाक न हो तो न पति जी सकता है और न पत्नी ,बच्चों के तो कहने ही क्या ,ऐसे में तलाक आवश्यक हो जाता
भाग 4 कमल और जमील बाहर आते हैं , मनोज भी साथ बाहर आता है ,वह उन्हे ऑटो स्टैंड तक छोड़ता है और धीरे से कमल के जेब में 2 हजार रुपए डालते हैं, कमल उसकी तरफ देखता है तो वह इशारे से
भाग 3 कमल जमील के साथ उसके महल में जाता है वहा एक आधी अधूरी बिल्डिंग थी जिसे ये लोग महल कहते थे, कमल के सामने भी मजबूरी थी क्योंकि और कहीं जा भी नही सकता था ,उसे तो सही में पता नही था कि मुम्बई क
भाग 2जमील अपने दो आदमी कमल और फारूक को बुला के बोलता है " आज से डबलिंग कर दे , साहब लोग को भी एक्स्ट्रा चाहिए, ऊपर से ऑर्डर है,"!! कमल कहता है ," जमील भाई उतनाच देने को रोते हैं, तुम डबलिंग करने को बो
आसमां छूने का स्वप्न कौन नही देखता ? अपने जीवन में आगे बढ़ना कौन नही चाहता हैं ? सभी अपने लाइफ में लगातार सफलता के सीढियाँ चढ़ना चाहता हैं . हर कोई पैसे के पीछे भागता हैं . मुझे भी सभी लोगो
मेरी कहानी एक लड़की जिसका नाम सविता हैं। मेरी कहानी उसके ऊपर हुए अन्नाय के खिलाफ हैं।जिसमे लड़की की को
किसान vs सरकारकिसान मजदूर एक सिक्के के दो पहलू इस जहाँ में बने।किसान बिन मजदूर अधूरा, मजदूर बिन किसान अधूरा।किसान का खेत लहराए मजदूर और खुद के पसीने से। वक्त अब इतना बदल गया, बैल की जगह ट्रैक्टर आ गया।डेगची बेलचा की जगह, खेत किनारे ट्यूबवेल लग गया।घर जमीन के बाद, रेल कॉरिडोर के साथ हाईवे भी बन गए।रे
देश में 1 सितंबर 2019 से संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट लागू कर दिया गया है और ऐसे में ट्रैफिक पुलिस धड़ल्ले से चालान भी काटे जा रही है। ऐसा सही भी है, अगर आप भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करेंगे तो आपके साथ भी ऐसा ही होगा। इसलिए हमेशा ट्रैफिक नियमों का पालन करें और गाड़ी के पेपर अपने पास पूरे रखें तो पुलि
दबी जुबानपास होगा सबकुछ पास होगा चाहत जो इतनी है।दबीजुबा से कुछ कह न सके अपनो से।लिखने की वर्तनी का कुछ असर नही कलम जो इतना डरती है।राहुल बजाज की अभिब्यक्ति से पता चला, इलेक्ट्रिक कार तो अभी सपना है।सरकार की चाहत को रख पास में अपनी ब्यथा को कहते है।तीन तलाक भी कानून बन गया इज्जत और आबरू का।शिक्षा लट
पाकिस्तान में लड़कियों के लिए कई कड़े नियम होते हैं। वहां रहने वाले लोगों को इन नियमों को मानना भी होता है, लेकिन कहते हैं ना कि जहां चाह वहां राह। एक ऐसा ही वाक्या पाकिस्तान में घटा है जिसके चलते वहां पर पहली बार कोई हिंदू महिला जज बनी हैं। बता दें सुमन पवन बोदानी नाम की ये महिला पहली महिला सिविल ज
विगत दिवस मंदसौर में भाजपा नेता व प्रथम नागरिक नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की सरे आम गोली मारकर हत्या कर दी गई। निश्चित रूप से यह एक बेहद दुखद घटना थी और पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर 24 घंटे के भीतर ही एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ का उक्त घटना पर यह बयान कि यह भाजप
(कसैलेपन का कसाव) मेड़मफोटो खीचेंगी यह लाईन अभद्रता भरी लाईन या अभद्रता की प्रतीक थी। एक चाटा भरी आवाजके साथ प्रतीक वर्दियों से घिर गया। किसी के कमर मे काली बेल्ट पैरो मे काले जूतेजिसमे चेरी की पोलिस ही चमक रही थी। किसी के कमर मे बंधी लाल बेल्ट पैरो मे लालजूता वह दरोगा या कह लो सब इंस्पेक्टर यह ला
150 साल पुराने एडल्टरी कानून पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महिला और पुरुष को हमारे संविधान ने बराबर का अधिकार दिया है. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने अपनी और जस्टिस ए एम खानविल्कर की ओर से फैसला पढ़ा. चीफ जस्टिस ने कहा कि हर किसी को बराबरी का अधिकार है और पति पत्नी का मास्टर नहीं है. कोर्ट
आजकल एक नजारा बड़ा कॉमन है. कोई एक्सीडेंट हो जाए या कोई आदमी सड़क किनारे तड़प रहा हो. तो उसे घेरकर एक भीड़ खड़ी हो जाती है. और एक नया चसका लगा है लोगों को. वीडियो बनाने का. तो वो भी जारी रहता है. बजाए उसकी मदद करने को. कुछ ऐसा ही नजारा 13 सितंबर को था हिमाचल प्रदेश के शिम
एक अदद कानून चाहिए,पर इस गुजारिश के साथ,कि शक्ल उसकी जैसी भी हो,अपाहिज न हो, बहरी न हो...एक अदद कानून चाहिए,कि मूर्खताएं कैसी भी हों,मजबूरी, या फिर जानकर भी,कोई फायदा न उठाये उसका...एक अदद कानून चाहिए कि,बेबसी में गर लड़खड़ाये कोई,सहारा न भी हो, कोई बात नहीं,लंगड़ी न म