उसको पर्दानशीं ही रहने दें...
लुत्फ कुछ बेनकाब हों,कोई बात नहीं, होने दें,चाहतें हया से उठ जायें,चलिये, होती हैं, होने दें,मिज़ाज़ को क्या जे़ब आये,कौन जाने, होती है, होने दें,चालाकी जवां होके इठलाये,रवानी है, होता है, बहकने दें,गुस्सा आग है, सबा भी है ही,राख सुलगती है, खैर, सुलगने दें,दीद को अंधेरे से कब ईश्क रहा,उजालों को आदतन भ