कोरोना वायरस वैसे तो एक रेस्पिरेटरी संक्रमण है जो मुख्य तौर पर फेफड़ों को इन्फेक्ट करता है। हालांकि कई लोग ऐसे भी हैं जिनमें इस संक्रमण की वजह से दिल और दूसरे अंग भी गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। दूसरे वायरल इन्फेक्शन्श की तरह ही कोविड-19 भी सीधे इम्युनिटी पर हमला कर मायोकार्डिटिस की वजह बनता है।
एक्सपर्ट से जानें दिल के दौरे और कोविड संक्रमण में क्या है संबंध?
देश में पिछले कुछ सालों में लगातार हार्ट अटैक के मामलों ने लोगों को डरा दिया है। सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि कोविड काल से पहले सिर्फ उम्रदराज लोगों में दिल के दौरे का खतरा बढ़ता था, लेकिन अब 16-17 साल के बच्चे भी इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। जिसके बीच कई बार यह सवाल भी उठा है कि कहीं कोविड और हार्ट अटैक के बीच खास कनेक्शन तो नहीं?
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने दिल के दौरे को लेकर क्या कहा?
सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिल के दौरे की वजह और इससे बचने के लिए कई सुझाव दिए। मनसुख मांडविया ने ICMR की एक रिपोर्ट के बारे में बात करते हुए कहा कि जिन लोगों को गंभीर कोविड-19 संक्रमण हुआ, उन्हें अगले दो सालों तक अधिक मेहनत करने से बचना चाहिए। यानी उन्हें ऐसा कोई काम या हेवी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए, जिससे उनके दिल पर दबाव पड़े। क्योंकि यह भी हार्ट अटैक की वजह बन सकता है।
कोविड और हार्ट अटैक में क्या है कनेक्शन?
इस बारे में जागरण ने नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में कार्डियेक विज्ञान के चेयरमैन, डॉ. अजय कौल से बात की। डॉ. कौल ने बताया कि कोविड-19 सीधे दिल की सेहत को अटैक कर सकता है, जिससे मयोकार्डिटिस यानी दिल की मांसपेशियों में सूजन हो सकती है और प्रिकार्डिटिस यानी दिल के आसपास की लाइनिंग में इंफ्लेमेशन हो जाना। यह स्थितियां दिल को कमजोर करती हैं और लंबे समय में हेल्थ से जुड़ी दिक्कतें पैदा हो सकती हैं।
कोविड-19 संक्रमण से रक्त का थक्का बनने का खतरा भी बढ़ जाता है, जो हृदय को आपूर्ति करने वाली रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकता है। इससे दिल का दौरा और अन्य हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। वायरस के प्रति शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया की वजह से रक्त वाहिकाओं सहित पूरी बॉडी में सूजन हो सकती है, जो दिल की समस्याओं में योगदान कर सकती हैं।
कुछ लोगों को कोविड-19 के गंभीर संक्रमण से उबरने के बाद भी लगातार सूजन और लक्षणों का अनुभव होता है। लगातार रहने वाली यह सूजन हृदय प्रणाली को प्रभावित कर सकती है।
हेल्थ केयर देने वालों के लिए यह जरूरी है कि वे कोविड-19 से बचे लोगों में इन स्थितियों की निगरानी करें और उनका समाधान करें। वहीं, जो लोग इससे गुजरे हैं, उन्हें अपने दिल के स्वास्थ्य के बारे में सतर्क रहना चाहिए, अगर वे इससे जुड़े लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो उन्हें फौरन अपने डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए।
अचानक हो रहे हार्ट अटैक के बीच क्या हैं वजहें?
खराब खानपान
गलत लाइफस्टाल
त्योहारों में ज्यादा ऑयली या मसालेदार खा लेना
ज्यादा और लगातार खाते रहना।