- फसल पक गयी है खरीदार ढूढ़ो .........
- राजस्थान में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है जिसमें एक ऐसे मानव तस्करी गिरोह को पकड़ा गया है जो पड़ोसी राज्यों से 8-10 बर्ष आयु की गरीब बालिकाओं का अपहरण कर राजस्थान ले जाते थे तथा वहाँ वह बालिकाओं को जानवरों को लगाया जाने वाला हार्मोन्स का इन्जेक्शन लगाते थे जिससे एक तरफ तो बालिकाओं को असहनीय पीड़ा होती थी वहीं दूसरी तरफ उसका शरीर चन्द महीनों में ही विकसित हो यौवन की दहलीज़ पर पाँव पसार चुकी किशोरी के समान प्रतीत होता है जिसको बाहरी मुल्कों में उपभोग की सामग्री के रूप में बेच दिया जाता है | बालिका को अपहृत करने उपरान्त उसे लगातार ड्रग्स दिया जाता है जिससे वह अपने अतीत को भूल जाती हैं। इस संगठित अपराध में प्रारम्भिक अपहरण की जाने वाली बालिका का चिन्हांकन / रेकी में पुरुषों के साथ साथ महिलाएँ भी शामिल होती है जो मौका मिलते ही बालिका को वेहोश कर ड्रम जैसे वर्तन में कैद कर दलाल जिसे राजू कहते हैं को सौंप देती हैं। एक राजू दूसरे राजू को कुछ कुछ दूरी पर बालिका की तस्करी करता है जिससे चैनल के किसी प्रारम्भिक तस्कर के पकड़े पर पता न चल सके कि उसे कहाँ ले जाया गया है।
- अंतता बालिका को उस केन्द्र पर ले जाया जाता हैं जहाँ उसे डाक्टर / झोलाछाप डाक्टर हार्मोन्स का इन्जेक्शन देकर बालिका को विकसित यौवनांगी में परिवर्तित करते हैं। उक्त केन्द्र का संचालन व देखरेख भी महिलाएँ ही करती है तथा बाहरी मुल्कों के गर्म गोश्त के सौदागरों को आमन्त्रित करते हुए बताते हैं कि ** "फसल तैयार हो रही हैं *" * "फ़स्ल पक रही है" * *** "फ़सल पक गयी है "*** तद् उपरान्त बालिकाओं का पासपोट व फ़र्जी बीज़ा तैयार किया जाता है क्रेता आते है और मनमाफिक बालिकाओ को खरीदकर जानवरों की तरह हाँक ले जाते है |
- हमें इस संघठित अपराध की घोर भर्त्सना करनी होगी तथा सरकार व प्रशासन को भी इस प्रकार के अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कारगर कदम उठाने होगें।