24 सितम्बर 2015
बहुत कोमल दिल है हमारा . तस्वीर की क्या बात कविता देखकर भी भावुक हो जाता है अगली बार जब ऐसी कविता लिखे तो कृपया नोट छोड़ दीजिये -शादी शुदा लोगो के लिए प्रतिबंधित . वरना पुरानी यादें पीछा नहीं छोड़ेगी
30 अक्टूबर 2015
सौंदर्य रस में नहाई आपकी कविता भी किसी का चैन खोने के लिए काफी है.... बहुत सुन्दर !
24 सितम्बर 2015