एक
वेश्यालय की
चौखट पर
मजमा लगाते है रोज़
समाजवादी;
बिना किसी वर्ग भेद के
बिना किसी जाति भेद के
बिना किस धर्म भेद के
बिना किसी पन्थ भेद के!
एक
मदिरालय की
चौखट पर
मजमा लगाते है रोज़
समाजवादी;
बिना किसी वर्ग भेद के
बिना किसी जाति भेद के
बिना किस धर्म भेद के
बिना किसी पन्थ भेद के!
एक
मंदिर की
चौखट पर
मजमा लगाते है रोज़
समाजवादी;
बिना किसी वर्ग भेद के
बिना किसी जाति भेद के
बिना किस धर्म भेद के
बिना किसी पन्थ भेद के!
वास्तव में,
असली समाजवाद;
रोज़;
फलता-फूलता है
यहाँ !!