इजरायल और हमास के बीच पिछले पांच दिनों से युद्ध जारी है। इजरायल अब बदले के मोड पर है और हमास के आतंकियों को चुन-चुन कर मार रहा है। इस युद्ध में सभी देश दो भागों में बंटे हुए हैं जहां भारत और अमेरिका समेत कई देश इजरायल के साथ हैं तो वहीं रूस ने एक बयान जारी करते हुए फलिस्तीनियों के समर्थन में सामने आए हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फोटो- सौजन्य से जागरण न्यूज)
इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में सभी देश दो भागों में बंटे हुए दिख रहे हैं। भारत और अमेरिका समेत कई देश जहां इजरायल के समर्थन में खड़े हैं तो वहीं रूस भी इस जंग की मैदान में फलिस्तीनियों का साथ देते हुए अमेरिका को इस युद्ध के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि इजरायल और फलिस्तीनियों के बीच हिंसा का यह भयावह रूप दिखाता है कि अमेरिकी नीति मिडिल ईस्ट में विफल हो गई है और इस युद्ध में फलिस्तीनियों की जरूरतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'मुझे लगता है कि बहुत लोग मेरी बात से सहमत होंगे कि यह युद्ध अमेरिका की मिडल ईस्ट में राजनीति की विफलता का साफ उदाहरण है।' पुतिन ने आगे कहा कि एक स्वतंत्र और संप्रभु फलिस्तीनी देश के निर्माण को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्णयों को लागू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इस मुद्दे को हल करने में एकाधिकार जमाने की कोशिश की थी। लेकिन दुर्भाग्य से वह वह ऐसा कोई समझौता नहीं खोज सके जो दोनों पक्षों को मंजूर हो।
अमेरिका ने की फलिस्तीनियों के हितों की अनदेखी- पुतिन
पुतिन ने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने फलिस्तीनियों के हितों की अनदेखी की है, जिसमें उनके अपने स्वतंत्र फलिस्तीनी राज्य की आवश्यकता भी शामिल है।
इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने मंगलवार को कहा कि आतंकी हमलों के मद्देनजर जवाबी कार्रवाई के रूप में इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) हमास के ठिकानों के खिलाफ "हम पूर्ण आक्रमण के साथ" आगे बढ़ रहे हैं। गैलेंट ने जोर देकर कहा कि गाजा "कभी भी उस स्थिति में वापस नहीं हो पाएगा जैसा वह पहले था।"
टाइम्स ऑफ इजराइल ने एक रिपोर्ट में मंत्री के हवाले से यह बात कही जिसमें रक्षा मंत्री गैलेंट ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा कि आप यहां की वास्तविकता को बदलने की क्षमता रख्तें हैं। आपने कीमतें देखी हैं और अब उसका भुगतान किया जा रहा है। अब आपको बदलाव देखने को मिलेगा। हमास गाजा में बदलाव चाहता था, उसने जो सोचा था उससे 180 डिग्री बदल जाएगा।'
गाजा को मिली इजरायल की तरफ से खुली चुनौती
रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने गाजा को चेतावनी देते हुए कहा कि हमास के आतंकियों को अब इस पल का पछतावा होगा। गाजा कभी भी फिर वैसा नहीं हो पाएगा जैसा कि वो पहले था। जो भी इजरायल के नागरिकों को मारने आएगा या इजरायल की महिलाओं की हत्या करने आएगा या फिर नरसंहार में बचे लोगों को मौत के घाट उतारने आएगा, हम उसका खात्मा कर देंगे।
इजराइल और हमास के बीच युद्ध का निष्कर्ष यह है कि इन दोनों संगठनों के बीच दिन-पर-दिन तनाव बढ़ रहा है। यह युद्ध मुख्य रूप से इजराइल और पैलेस्टिनियन सशक्तियों के बीच क्षेत्रीय और धार्मिक विवादों के कारण हो रहा है। यह युद्ध आतंकवाद, सीमा विवाद, और पैलेस्टिनियन आपातकाल के कारण भी बढ़ रहा है। इससे निष्कर्ष होता है कि इस समस्या का समाधान सामझदारी और दिप्लोमेसी के माध्यम से होना चाहिए।