कुछ मेरी बात सुनो तुम भी ,
कुछ अपनी मुझसे कहने दो,
है जीवन कहने सुनने का
बहती साँसों को बहने दो...
क्या जाने कब रुक जाएँगी
बहती साँसों की धाराएँ,
बाँटो दुःख-सुख, मिल करके सब
दुनिया लड़ती है, लड़ने दो. ...24 मार्च 2018
कुछ मेरी बात सुनो तुम भी ,
कुछ अपनी मुझसे कहने दो,
है जीवन कहने सुनने का
बहती साँसों को बहने दो...
क्या जाने कब रुक जाएँगी
बहती साँसों की धाराएँ,
बाँटो दुःख-सुख, मिल करके सब
दुनिया लड़ती है, लड़ने दो. ...