जिन्दगी तू भी कच्ची-पेन्सिल की तरह है,
हर रोज छोटी होती जा रही है,,!!
चेहरे की हँसी से गम को भुला दो,
कम बोलो पर सब- कुछ बता दो,
खुद ना रूठो पर सबको हँसा दो,
यही राज है जिन्दगी का,कि जियो और् जीना सिखा दो,,!!
स्वीकार करने की हिम्मत और सुधार करने की नियत हो तो ,
इन्सान बहुत कुछ सीख सकता है,,!
दुआ करें कि ये मुसीबत भी टल जाये,
किसी का घर सूना न हो ,हमारा भी बच जाये,,,!
कैसी ये बीमारी है,कैसी महामारी है,
हर एक के जीवन में आज एक-एक पल भारी है,
होसला रखें ये बुरा-वक्त भी गुजर जायेगा,
बस आप अपने घरों में रहें, सुरक्षित रहें,
अपना व अपनों का ध्यान रखें,,!
जिसकी जैसी नियत वो वैसी कहानी रखता है,
कोई परिदों के लिए बन्दूक तो कोई परिदों के लिए पानी रखता है,,!
शान्ति की इच्छा हो तो पहले इच्छा को शान्त करें,,, !
किसी को पाने के लिए हमारी सारी खूबियाँ कम पड़ जाती हैं,
और खोने के लिए एक गलतफहमी ही काफी हैं,,,,!
लोगों ने समझाया कि वक्त बदलता है,
और वक्त ने समझाया कि लोग भी बदलते हैं,!
क्या दौर है साहब इन्सान जीना भूल कर ,
जिन्दा रहने का शुक्र मना रहा है,,!!
गुलजार
जो अच्छा लगता है उसे गौर से मत देखे क्योंकि ऐसा न हो ,कोई बुराई निकल जाये,
और जो बुरा लगता है उसे गौर से देखें मुमकिन है कोई अछाई नजर आ जाये,,!!
तारीख हजार-साल में बस इतनी सी बदली है,
तब दौर पत्थर का था और अब लोग पत्थर के हैं,,!!
जब कर्म हो काला तब क्या करेगी माला,!
जिन्दगी तू भी कच्ची-पेन्सिल की तरह है,
हर रोज छोटी होती जा रही है,,,,!!