"जीवन का एक रहस्य...
रास्ते पर गति की सीमा है।
बैंक में पैसों की सीमा है।
परीक्षा में समय की सीमा है।
परंतु हमारी सोच की कोई सीमा नहीं है,
इसलिए सदा श्रेष्ठ सोचें और श्रेष्ठ पाएं|
जो बदला जा सके , उसे बदलिये.......
जो बदला ना जा सके, उसे स्वीकारिये......
जो स्वीकारा न जा सके, उससे दूर हो जाइये.....
लेकिन खुद को खुश रखिये....
क्योंकि वह भी एक बड़ी जिम्मेदारी है!
मतलब की बात सब समझ लेते है,
लेकिन बात का मतलब..
बहुत कम लोग ही समझ पाते है.