प्यार एक कोना दिल का
उपजते सभी बारी बारी
माली बन करें रखवाली
ज्यों उपजायें प्रेम की बाली
तिनका तिनका बिखेरें दाने
तिनका तिनका लियो उपजाये
छट छट कर भागे बाली
बाली से छट कर दाने उपजायें
चक्की में दानों की बारी बारी
दो पाटों में चक्की पिसै जाये
बन प्रेम की बाली से अनाज घर भर जाये
रचनाकार - नीलम द्विवेदी "नील "
प्रयाग राज़, उत्तर प्रदेश, भारत।