राजस्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने परचम लहरा दिया है। इस बीच अब सवाल है कि इन राज्यों में भाजपा किसे मुख्यमंत्री तैनात करेगी। इसी क्रम में मुख्यमंत्रियों के चयन पर सस्पेंस के बीच गुरुवार को संसद भवन परिसर के बालयोगी सभागार में भाजपा संसदीय दल की बैठक होगी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिवों की पार्टी मुख्यालय में एक बैठक हो चुकी है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम मोदी एक साथ ।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्रियों के चयन पर सस्पेंस के बीच गुरुवार को संसद भवन परिसर के बालयोगी सभागार में भाजपा संसदीय दल की बैठक होगी। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत पार्टी के सभी सांसद मौजूद रहेंगे। वहीं, बुधवार को अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिवों की पार्टी मुख्यालय में एक बैठक हुई।
जनकल्याणकारी योजनाओं का लिया गया जायजा
सूत्रों ने बताया कि तीन घंटे चली इस बैठक में तेलंगाना में 2018 के मुकाबले पार्टी का वोट प्रतिशत दोगुना होने पर थोड़ी संतुष्टि व्यक्त की गई। लेकिन मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान में जीत पर संतोष व्यक्त करने के साथ ही अपेक्षा के अनुरूप मत प्रतिशत नहीं मिलने का भी जिक्र किया गया। बैठक में राम मंदिर निर्माण और केंद्र की राजग सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की स्थिति का जायजा लिया गया। राम मंदिर को लेकर चर्चा 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर केंद्रित रही। बैठक में अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को अब से देशभर में मनाने पर भी सहमति बनी।
मध्य प्रदेश में शिवराज या ज्योतिरादित्य?
एमपी में भाजपा ने 230 में से 163 सीटें जीती हैं। इस बीच अगले मुख्यमंत्री को लेकर चर्चाएं तेज हैं। शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, मैं वो स्वीकार करूंगा। फिलहाल इस चिंता से दूर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। मुख्यमंत्री की रेस में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद सिंह पटेल के साथ-साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई दिग्गज नेता शामिल हैं।
राजस्थान में किसके नाम पर लगेगी मुहर
राजस्थान में भाजपा ने 115 सीटें जीती हैं। यहां 199 सीटों पर चुनाव हुआ था। जीत के बाद नए मुख्यमंत्री का फैसला करने के लिए जयपुर और दिल्ली में गहन चर्चा हो रही है। इस रेस में वसुंधरा राजे भी शामिल, दीया कुमारी समेत भाजपा के कई नेता शामिल हैं।
छत्तीसगढ में इन नामों पर चर्चा
छत्तीसगढ़, जिसने पांच साल पहले कांग्रेस का सफाया देखा था, इस चुनाव में बदलाव का गवाह बना। भाजपा 90 में से 54 सीटें जीतकर सत्ता में लौट आई और सबसे पुरानी पार्टी 35 पर सिमट गई। शीर्ष पद के लिए रमन सिंह, अरुण साव, ओपी चौधरी और गोमती साई सहित कई नाम चर्चा में हैं।