लक्षद्वीप के लिए मार्च तक की सभी टिकट बुक हो चुकी हैं। साथ हीपोर्टल पर लक्षद्वीप सबसे ज्यादा ट्रेंड करने वाला कीवर्ड बन गया है।
क्या सच में लोग मालदीव नहीं जा रहे हैं?
एक समय पर मालदीव लोगों के घूमने की लिस्ट में टॉप पर हुआ करता था। लेकिन अब मालदीव को भारतीयों ने बॉयकॉट कर दिया है। मालदीव विवाद के बीच लक्षद्वीप काफी चर्चा में है। लोग मालदीव छोड़कर अब लक्षद्वीप घूमने का प्लान बना रहे हैं। लक्षद्वीप के लिए अब मार्च तक की सभी टिकट बुक हो चुकी हैं।
मालदीव के लिए देश के कई शहरों से हर हफ्ते 60 फ्लाइट्स ऑपरेट होती हैं लेकिन लक्षद्वीप के लिए रोजाना केवल एक ही फ्लाइट है। इस फ्लाइट की मार्च तक की सभी टिकट बुक हो चुकी हैं। सरकारी एयरलाइन कंपनी अलायंस एयर इस रूट पर 70 सीटर टर्बोप्रॉप एटीआर-72 एयरक्राफ्ट ऑपरेट कर रही है। हालांकि डिमांड बढ़ने के बाद अब कंपनी लक्षद्वीप के लिए फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है।
लक्षद्वीप जाने के लिए ऑनलाइन एंट्री जारी
भारतीय पर्यटकों को लक्षद्वीप जाने के लिए एंट्री परमिट लेना पड़ता है।पहले किसी बैंक में जाकर 200 रुपये जमा करवाने पड़ते थे और फिर चालान जमा करवाना पड़ता था।लेकिन इसे ऑनलाइन कर दिया गया है और एक-दो दिन में परमिट जारी हो जाता है।हालांकि इसके लिए आपको कुछ फीस देनी पड़ती है।
कीतनी होगी फीस
लक्षद्वीप परमिट के लिए अप्लाई करने जा रहे हैं तो जानिए फीस या फिर चार्ज के बारे में रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रति आवेदक आवेदन शुल्क 50 रुपए है, 12 से 18 साल की आयु वाले बच्चों के लिए 100 रुपए और कोई व्यक्ति 18 साल से ज्यादा उम्र का है तो 200 रुपए का एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।
मालदीव के अधिकारियों के विवादित बयान के बाद भारतीय बड़ी मात्रा में मालदीव को बायकाट कर रहे हैं। वहीं, जिन लोगों ने फ्यूचर में मालदीव घूमने का प्लान बनाया था उन्होंने भी अपने टिकट कैंसिल कर दिए हैं और अब दूसरी जगह घूमने का प्लान बना रहे हैं।