अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में बसपा प्रमुख मायावती को निमंत्रण पत्र दिया गया है। उन्होने पत्र को स्वीकार भी किया है, लेकिन वह समारोह में शामिल नहीं होंगी।
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपने जन्मदिन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान मायावती ने बताया है कि मुझे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिला है, लेकिन अभी मैंने वहां जाने का फैसला नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हमें और हमारी पार्टी को कोई ऐतराज़ नहीं है। मैं न्योता मिलने का स्वागत करती हूं।मेरा जो भी फैसला होगा, वो आपके सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा किअगर बाबरी मस्जिद का कोई कार्यक्रम होता है तो मैं उसका भी स्वागत करती हूं, क्योंकि हमारी पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है।बसपा सुप्रीमो ने बताया कि अभी मैं अपनी पार्टी के कार्यक्रम को लेकर व्यस्त हूं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बारे मे भी चर्चा की उन्होने कहा कि INDIA गठबंधन को लेकर अखिलेश ने गिरगिट की तरह रंग बदला है। इससे सभी को सावधान रहना है। इस दौरान मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर भी हमला बोला उन्होंने कहा कि धर्म और संस्कृति की आड़ में जो राजनीति की जा रही है, वो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि अब देश में लोकसभा चुनाव में कम वक्त बचा है।पार्टी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। हमारी पार्टी किसी भी गठबंधन में रहकर चुनाव नहीं लड़ेंगी।हमारी पार्टी अकेले इसीलिए लड़ती है, क्योंकि सर्वोच्च नेतृत्व दलित समाज से हैं। हमारा वोट तो ट्रांसफ़र हो जाता है लेकिन गठबंधन का वोट हमारे में ट्रांसफ़र नहीं होता। उन्होंने कहा कि 1993 में समाजवादी पार्टी और 1996 में कांग्रेस से गठबंधन किया था, तब हमें कोई फ़ायदा नहीं हुआ था।