15 अगस्त यानी भारत के आजाद होने का दिन, जब पूरा देश एक हो जाता है। हर किसी की देशभक्ति दिखती है और हर कोई आजादी के जश्न में डूब जाता है। इस साल आजादी और रक्षाबंधन का जश्न देश एक साथ ही मना रहा है। रक्षाबंधन का त्यौहार देश के लिए अहम है और इसे हर धर्म के लोग मनाने लगे हैं क्योकि धर्म चाहे जो भी हो लेकिन बहन से प्यार तो हर भाई को होता है। देश को आजाद हुए 73 साल हो गए हैं और ऐसे में जश्न तो मनता है और इसके साथ ये भी लोगों को जानना चाहिए कि इस आजादी को पाने के सपने देखने वाल कई क्रांतिकारी शहीद हो गए थे और कितने परिवार उजड़ गए थे। उनका मकसद सिर्फ देश को अंग्रेजों से आजाद कराना था जो 200 सालों के बाद पूरा हो पाया। ऐसे मौके पर हम आपको उस दौर की कुछ सच्ची तस्वीरें दिखाएंगे।
15 अगस्त की दुर्लभ तस्वीरें
ये तस्वीर भगत सिंह की जेल में रहने के दौरान ली गई थी। जो उनकी फांसी के कुछ दिन पहले की है।
साल 1940 की इस तस्वीर में चेन्नई में ये एंबुलेंस लाइन से खड़ी हैं।
जब अन्ना हजारे भारतीय सेना में कार्यरत थे ये तस्वीर उन दिनों की है।
तिरंगे को सलाम करते हुए गुलाम भारत के आखिरी ब्रिटिश अधिकारी लॉर्ड माउंटेन।
गांधी जी के निधन के बाद दुनियाभर से लोग उनकी अंतिम यात्रा से शामिल होने आए थे। कुछ लोग तो खंबे पर चढ़कर ये सब नजारा ले रहे थे।
साल 1955 में मॉस्को सब-वे में नेहरू और इंदिरा जी सफर करते हुए।
महात्मा गांधी की ये तस्वीर साउथ अफ्रीका की है, जब वे वहां वकालत की पढ़ाई कर रहे थे।
स्वतंत्रता से पहले भारतीय सेना की यूनिफॉर्म कुछ इस तरह की थी।
ऋषिकेश में महाऋषि महेश योगी के आश्रम में उस समय के मशहूर बैंड बीटलेस ने कुछ समय बिताया था।
लोकमान्य तिलक का अंतिम संस्कार पद्मासन स्थिति में किया गया था। ऐसा सिर्फ संतो के लिए ही किया जाता था।
बेनजीर भुट्टो और उनके पिता जुल्फिकार भुट्टो के साथ इंदिरा गांधी की सभा।
सदी के दो बुद्धजीवी रवींद्रनाथ टैगोर और आइंस्टाइन एक साथ कहीं जाते हुए।
भारत की पहली महिला पायलत सरला ठकराल, इनकी उम्र उस समय सिर्फ 21 साल ही थी।
साल 1946 में दिल्ली-मुंबई जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में एयर होस्टेस यात्री को समझता हुए।
साल 1946 में लाहौर भारत का हिस्सा था और ये स्टॉल मसालों का है।