सपा व कांग्रेस के बीच विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब रविवार की सुबह कांग्रेस ने 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 144 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इसमें कई सीटें ऐसी थीं जिसमें समाजवादी पार्टी अपना दावा कर रही थी।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के प्रमुख सहयोगी दल कांग्रेस व सपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं बन सकी। यहां सपा व कांग्रेस का गठबंधन अब नहीं होगा। सपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
रविवार को नौ सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाली सपा यहां करीब 50 सीटों पर ताल ठोंकने की तैयारी कर रही है। इस पर अंतिम निर्णय मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लेंगे। मध्य प्रदेश में आइएनडीआइए गठबंधन में फूट का असर राजस्थान व छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भी पड़ सकता है।
सपा व कांग्रेस के बीच विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब रविवार की सुबह कांग्रेस ने 230 सीटों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 144 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इसमें कई सीटें ऐसी थीं जिसमें समाजवादी पार्टी अपना दावा कर रही थी। कांग्रेस ने छतरपुर जिले की बिजावर सीट पर भी प्रत्याशी घोषित कर दिया था जबकि यह सीट 2018 के चुनाव में सपा ने जीती थीं।
इन परिस्थितियों को देखते हुए सपा ने भी रविवार की शाम को अपने नौ प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी। इनमें भांडेर, राजनगर, बिजावर, चितरंगी व कटंगी सीट ऐसी हैं जिसमें सपा व कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार आमने-सामने होंगे।
मध्य प्रदेश के सपा प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह पटेल ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन की अब सभी संभावनाएं खत्म हो चुकी हैं। सपा मध्य प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस नेतृत्व ने हमारी प्रभाव क्षेत्र वाली सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतार दिए, इसलिए गठबंधन की संभावनाओं को छोड़कर हमने भी अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक-दो दिनों में दूसरी सूची भी जारी हो जाएगी। वहीं, पार्टी सूत्रों के अनुसार सपा यहां पर करीब 50 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही है।
मध्य प्रदेश के प्रभारी व्यास जी गाेंड कहते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष को हमने सारी बातों से अवगत करा दिया है। उन्होंने मंगलवार को मध्य प्रदेश के नेताओं की बैठक बुलाई है। इसमें पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी। कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना है यह भी मंगलवार को तय हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव में नहीं पड़ेगा फर्क
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी कहते हैं कि मध्य प्रदेश को लेकर मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बैठक बुलाई है। इसमें सारी चीजें तय हो जाएंगी। हमारी कोशिश है कि बात बन जाए यदि नहीं बनती है तो भी इससे अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।