नेपाल में इसी हफ्ते आए भूकंप ने डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जानें ले ली हैं। वहीं, अब एक और भूकंप के लिए अति-संवेदशील इंडोनेशिया में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गये हैं। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने कहा है, कि बुधवार को इंडोनेशिया के बांदा सागर में 7.0 तीव्रता का भूकंप आया है। हालांकि, फौरन किसी के नुकसान या हताहत की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है।
यूएसजीएस ने कहा, कि बांदा सागर तट से काफी दूर स्थित भूकंप, स्थानीय समयानुसार सुबह 11:53 बजे आया। फिलहाल इंडोनेशिया की भूभौतिकी एजेंसी ने सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की है।
इंडोनेशियाई मौसम विज्ञान, जलवायु और भूभौतिकीय एजेंसी या बीएमकेजी के मुताबिक, द्वीपसमूह के तनिमबार द्वीप समूह के सौमलाकी शहर में भूकंप का झटका मध्यम रूप से महसूस किया गया।
सौमलाकी निवासी लैम्बर्ट टाटांग ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, कि "भूकंप काफी तीव्र था। लेकिन यहां के लोग घबराए नहीं थे।" उन्होंने कहा, कि "हम भूकंप आने के आदी हैं।" 41 वर्षीय व्यक्ति ने कहा, "विशेषकर जब हमें पता चला, कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है, तो हम सामान्य हो गये।"
इंडोनेशिया प्रशांत क्षेत्र के "रिंग ऑफ फायर" पर अपनी स्थिति के कारण लगातार भूकंप का अनुभव करता है, जो तीव्र भूकंपीय गतिविधि का एक चाप है, जो जापान से दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन तक फैला हुआ है।
पिछले साल नवंबर में, देश के मुख्य द्वीप जावा के घनी आबादी वाले पश्चिमी जावा प्रांत में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 602 लोगों की मौत हो गई थी।
साल 2004 में, सुमात्रा के तट पर 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके बाद सुनामी भी आई थी, जिससे पूरे क्षेत्र में 220,000 लोग मारे गए, जिनमें इंडोनेशिया में लगभग 170,000 लोग शामिल थे।