मासिक धर्म हर स्त्री के शरीर का एक नेचुरल प्रोसेस है, लेकिन फिर भी बहुत सी महिलाओं को पीरियड के दौरान असहनीय कष्ट व पीड़ा का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर महिलाएं माहवारी के दर्द के दौरान पेनकिलर्स लेती हैं या सिर्फ आराम करना ही पसंद करती हैं। वहीं कुछ महिलाएं इस असहनीय दर्द के साथ चार-पांच दिन गुजार देती हैं। लेकिन अब आपको ऐसा कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं है। आज हम आपको ऐसे कुछ बेहद आसान उपाय बता रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप पीरियड में दर्द से काफी हद तक राहत पा सकती हैं-
आहार पर ध्यान
सबसे पहले तो किसी भी महिला को माहवारी के दौरान अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। चूंकि इस दौरान रक्तस्राव के कारण विटामिन और आयरन काफी मात्रा में निकल जाते हैं, इसलिए आहार के जरिए इनकी पूर्ति करना बेहद आवश्यक है। बेहतर होगा कि मासिक धर्म के दौरान फल, दूध व हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। पौष्टिक युक्त आहार शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करता है।
करें सिकाई
पेट व उसके निचले हिस्से पर दर्द होने पर सिकाई करना बेहद लाभदायक होता है। पेट के निचले हिस्से पर हीट के कारण यूटरस की मसल्स को काफी हद तक राहत मिलती है और पेट के दर्द में आराम मिलता है। इसके लिए आप गर्म पानी की बोतल को उस स्थान पर रखें, जहां पर आपको दर्द हो। इससे आपको काफी आराम होगा। इसके अतिरिक्त गर्म पानी से नहाने या फिर गर्म तरल पदार्थों का सेवन करने पर भी काफी रिलैक्स महसूस होता है।
मसाज होगी लाभदायक
माहवारी के दौरान शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द होने पर मसाज बेहद लाभदायक साबित होती है। आप कुछ एसेंशियल आॅयल जैसे लैवेंडर आॅयल आदि से मसाज कर सकती हैं। वहीं तिल के तेल से मसाज करने से भी दर्द से काफी हद तक राहत मिलती है। ऐसा इसमें मौजूद लिनोलिक एसिड, एंटी-इंफलेमेटरी व एंटीआॅक्सीडेंट प्राॅपर्टीज के कारण होता है।
पीएं गाजर का जूस
माहवारी के दौरान दर्द का एक मुख्य कारण रक्त का रूक-रूक आना या रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं होना भी होता है। ऐसे में गाजर के जूस का सेवन करें। इससे रक्त का प्रवाह ठीक तरीके से होता है।
तुलसी की चाय
तुलसी के औषधीय गुणों से तो हर कोई वाकिफ है। माहवारी के दौरान दर्द को दूर करने में यह बेहद ही असरकारक है। पीरियड्स के दौरान दर्द होने पर तुलसी की चाय का सेवन करें या फिर पानी में उबालकर इस पानी का सेवन करें। यह एक नेचुरल पेनकिलर की तरह काम करती है। तुलसी की चाय की भांति ही कैमोमाइल टी में भी दर्द निवारक गुण पाए जाते हैं। यह चाय यूटरस को आराम देने के साथ-साथ प्रोस्टाग्लैंडिंस के उत्पादन को भी कम करती है, जिससे दर्द में आराम मिलता है।
अदरक व काली मिर्च की चाय
तुलसी की तरह ही अदरक भी माहवारी के दौरान दर्द से राहत दिलाने में मददगार है क्योंकि यह प्रोस्टाग्लैंडिन के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप पानी में अदरक उबालकर उस पानी का सेवन कर सकती हैं। इसके अतिरिक्त अदरक व काली मिर्च की हर्बल चाय भी पीरियड में दर्द से राहत दिलाती है। इसे बनाने के लिए आप पानी में सूखी अदरक व काली मिर्च मिलाएं। आप स्वाद के लिए थोड़ी सी चीनी मिला सकती हैं, लेकिन दूध का प्रयोग न करें। यह हर्बल टी पीरियड पेन से राहत तो दिलाती है ही, साथ अनियमित माहवारी की समस्या को भी दूर करती है।
मेथी के बीज
मेथी के बीज सिर्फ वजन कम करने में ही सहायक नहीं होते, बल्कि यह लिवर, किडनी व मेटाबाॅलिज्म के लिए भी उतने ही लाभदायक होते हैं। साथ-साथ यह पीरियड में दर्द से भी काफी हद तक राहत दिलाते हैं। इसके लिए आप मेथी के बीजों को दस से बारह घंटे तक पानी में भिगोएं और फिर उसका सेवन करें।
जीरे का इस्तेमाल
जीरे की मदद से तैयार किया गया पानी या हर्बल टी पीरियड में दर्द की समस्या को काफी हद तक दूर करता है। इसकी एंटी-इंफलेमेटरी प्राॅपर्टीज मासिक धर्म में दर्द के साथ-साथ ऐंठन से भी छुटकारा दिलाती है।
पपीते का सेवन
पीरियड्स के दौरान पपीते का सेवन काफी लाभदायी सिद्ध हो सकता है। दरअसल, पपीता पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है, जिससे पेट सही तरीके से साफ होता है। इतना ही नहीं, पपीता पीरियड के दौरान दर्द से भी काफी हद तक राहत दिलाता है।
पर्याप्त मिले विटामिन डी
हर महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पीरियड के दौरान उसके शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी प्राप्त हो। एक अध्ययन से यह बात साबित हुई है कि विटामिन डी 3 की उच्च खुराक से मासिक धर्म में ऐंठन की समस्या से काफी राहत मिलती है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी वजन कम करने के साथ-साथ पीरियड्स में पेन से भी राहत दिलाती है। दरअसल, ग्रीन टी एक प्राकृतिक एंटी-आॅक्सीडेंट तो है ही, साथ ही इसमें कुछ एंटी-इंफलेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो पीरियड क्रैम्प से साथ-साथ दर्द और सूजन से भी राहत दिलाता है। इसके सेवन के लिए एक कप गर्म पानी में ग्रीन टी मिलाकर धीमी आंच पर दो से तीन मिनट तक पकाएं। अब इसे छानकर हल्का सा ठंडा करें। अब इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर सेवन करें।
दही का सेवन
दही में कैल्शियम के साथ-साथ कुछ हद तक विटामिन डी भी पाया जाता है। इन दोनों का सेवन पीरियड में दर्द से राहत दिलाता है। इसलिए पीरियड के दर्द से राहत पाने के लिए दिन में तीन से चार बार प्लेन दही का सेवन करें।
एलोवेरा जूस
एलोवेरा की हीलिंग व एंटी-इंफलेमेटरी प्राॅपर्टीज दर्द भरे मासिक धर्म को काफी हद तक राहतपूर्ण बनाती है। एलोवेरा रक्त प्रवाह को भी बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे ऐंठन की इंटेसिटी भी कम होती है। इसके सेवन के लिए आप पीरियड्स शुरू होने से कुछ दिन पहले से ही एलोवेरा जूस का सेवन प्रारंभ कर दें।