घूमना तो हर किसी को पसंद होता है। परिवार के सदस्यों व दोस्तों के साथ मौज-मस्ती करते हुए नई जगह पर घूमना यकीनन किसी के लिए भी जीवन के बेहतरीन लम्हों में से एक होता है। लेकिन वहीं बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें घूमना तो पसंद होता है लेकिन फिर भी वह उससे बचते हैं। इसका मुख्य कारण होता है सफर के दौरान होने वाली उल्टियां। इस तरह के लोगों को कार, बस या रेलगाड़ी में बैठते ही सिरदर्द, जी मचलाना या उल्टियां आदि होने की समस्या होती है। ऐसे लोगों के लिए वास्तव में सफर किसी suffer से कम नहीं होता। अगर आपका नाम भी ऐसे ही लोगों की लिस्ट में शुमार है तो अब आपको मन मसोसकर रहने की कोई आवश्यकता नहीं है। आज हम आपको ऐसे कुछ उपाय बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप सफर के दौरान होने वाली उल्टियों पर काफी हद तक लगाम लगा सकते हैं-
अदरक आएगी काम
अदरक की चाय का सेवन करने से सिरदर्द में काफी आराम मिलता है। वहीं अगर किसी को सफर में उल्टियां होती हैं या जी मचलाता है तो अदरक का एक टुकड़ा मुंह में रखने से काफी फायदा मिलता है। अदरक के एंटीमेटिक गुण जी मचलाने या उल्टी जैसी समस्याओं से निजात दिलाते हैं।
लौंग करें इस्तेमाल
जी मचलाने पर आप अदरक के स्थान लौंग भी मुंह में रखकर चूस सकते हैं, इससे भी तुरंत राहत मिलती है। लेकिन याद रखें कि लौंग को चबाना नहीं है, बस मुंह में रखकर चूसना है। वैसे आप चाहें तो लौंग को हल्का सा भूनकर व पीसकर उसे एक डिब्बी में अपने साथ भी रख सकते हैं और जब भी सफर के दौरान आपको उल्टी का अहसास हो तो एक चुटकी लौंग के पाउडर में जरा सी चीनी और काला नमक मिलाकर उसका सेवन करें। आपको काफी अच्छा महसूस होगा।
इलायची हो बैग में
जिन लोगों को हमेशा ही सफर के दौरान जी मचलाने की समस्या का सामना करना पड़ता है, वह अपने बैग में इलायची अवश्य रखें और सफर शुरू होते ही इलायची खा लें। साथ ही सफर के दौरान भी इलायची अवश्य चबाएं। वैसे आप इलायची के स्थान पर च्वूइंग गम भी चबा सकते हैं।
पुदीना भी है लाभकारी
अदरक की तरह ही पुदीना भी सफर के दौरान होने वाली उल्टी को रोकने में काफी प्रभावकारी तरीके से काम करता है। इसके लिए आप चाहें तो अपने रूमाल पर कुछ बूंदे मिंट आॅयल की डालें और रास्ते में उसे सूंघे या फिर मिंट की गोलियों को अपने साथ रखें और जी मचलाने पर इसे मुंह में रखें। वैसे आप मिंट की गोलियों के साथ-साथ कच्चे आम की गोलियां व संतरे की टाॅफी आदि भी अपने बैग में अवश्य रखें।
प्याज का रस
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन प्याज का रस भी इस समस्या को दूर करने में बेहद लाभदायक होता है। जिन लोगों प्याज की महक से कोई परेशानी नहीं है, वह बस सफर पर निकलने से आधा घंटा पहले प्याज के रस में अदरक का रस मिलाकर उसका सेवन करें। यकीन मानिए, पूरे रास्ते आपको उल्टी नहीं होगी। जो लोग लंबे सफर पर जा रहे हैं, वह घर से निकलने से पहले तो इसका सेवन करंे ही, साथ ही इसे बनाकर अपने साथ भी रख लें और जरूरत पड़ने पर इसका सेवन करें।
नींबू का कमाल
नींबू देखने में भले ही छोटा सा हो, लेकिन इसके गुणों का बखान जितना भी किया जाए, कम ही है। यह सफर के दौरान उल्टी व जी मचलाने जैसी समस्याओं को दूर करता है। जब भी आपको ऐसा लगे कि आपका जी मचला रहा है या उल्टी करने का मन हैं तो एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू का रस व चुटकी भर नमक मिलाकर पी सकते हैं। वैसे आप चाहें तो पके हुए नींबू को सूंघ भी सकते हैं, इससे भी उल्टी नहीं आती है।
इमली रखें साथ
नींबू की तरह ही इमली भी उल्टी की समस्या से तुरंत निजात दिलाती है और इसे खाना भी काफी लोगों को पसंद होता है। इसलिए उल्टी का मन होने पर इमली में थोड़ा सा नमक मिलाकर उसका सेवन करें। इससे आपको तुरंत राहत मिलेगी।
रखें ध्यान
बहुत से लोग लंबे सफर में मन बहलाने के लिए कोई किताब पढ़ने लग जाते हैं या फिर मोबाइल पर गेम खेलने लग जाते हैं। ऐसा करने से बचें। दरअसल, ऐसा करने से कुछ ही देर में चक्कर आने लगते हैं और फिर जी मचलाने लगता है। बेहतर होगा कि आप आंखें बंद करके सोने या आराम करने की कोशिश करें। इसके अतिरिक्त अगर आप चाहें तो आंखें बंद करके आरामदायक संगीत भी सुन सकते हैं।
वहीं लंबे सफर पर जाते समय हल्का भोजन ही करें। साथ ही तेलयुक्त, मसालेदार या तलाभुना भोजन भी साथ में न रखें। ऐसा भोजन करने से वह आसानी से नहीं पचता और फिर भोजन सही तरह से न पच पाने के कारण उल्टी व जी मचलना जैसी समस्याएं पैदा होती है।
कभी भी जल्दी-जल्दी में सफर पर खाली पेट नहीं निकलना चाहिए। हो सकता है कि रास्ते में आपको जल्दी कुछ खाने को न मिले और लंबे समय तक भोजन न करने के कारण पेट में गैस बनती है। साथ ही व्यक्ति का जी मचलने लगता है और उसे उल्टी करने का मन करता है।
सफर के दौरान आप खिड़की की तरफ बैठने की कोशिश करें। दरअसल, ऐसा करने से ताजी हवा मिलती है और जी घबराता नहीं है। हालांकि इस बात का ख्याल रखें कि आपकी सीट उस स्थान पर हो, जहां पर गाड़ी की स्पीड का अहसास कम से कम हो। मसलन, कार में आगे की सीट पर बैठें। इसी तरह बस या अन्य किसी बड़े वाहन में भी पीछे की सीट पर बैठने से परहेज करें। बेहतर होगा कि आप बीच की सीट पर बैठें।