आज के समय में लोग जिस तरह का लाइफस्टाइल जी रहे हैं, उसका सीधा प्रभाव उनकी सेहत पर पड़ रहा है। न तो हेल्दी ईटिंग हैबिट्स लोगों में हैं और न ही भोजन करने का कोई निश्चित समय। दिन में भले ही देर से भोजन किया जाए लेकिन अगर काम के चक्कर में डिनर के समय में भी लापरवाही बरती जाए तो इसका हर्जाना आपकी हेल्थ को ही उठाना पड़ता है। अक्सर देखने में आता है कि पहले तो लोग काम खत्म करने में लगे रहते हैं और भोजन की तरफ ध्यान ही नहीं देते। इसके बाद जब काम खत्म होता है तो कुछ भी खाकर तुरंत सो जाते हैं। ऐसे में भोजन को पचने का समय ही नहीं मिलता और सेहत को कई बड़े नुकसान उठाने पड़ते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ नुकसानों के बारे में-
नींद आने में परेशानी
देर रात भोजन करने का सीधा संबंध आपकी नींद से है। दरअसल, जब आप रात को देर से भोजन करते हैं तो भोजन सही तरीके से पच नहीं पाता और पेट में एक भारीपन का अहसास होता है। जिससे नींद आने में तो समस्या होती है ही, साथ ही सोने के बाद भी उतनी अच्छी नींद नहीं आती, जितनी वास्तव में आनी चाहिए। जिससे सुबह उठने का मन नहीं करता या फिर अगर आप उठ भी जाते हैं तो शरीर में उर्जा का वह स्तर नहीं होता और व्यक्ति पूरे दिन थका-थका महसूस करता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि सोने से दो घंटे पहले तक भोजन कर लेना चाहिए, ताकि भोजन अच्छी तरह पच सके।
मोटापे की समस्या
आपने शायद कभी ध्यान न दिया हो लेकिन जो लोग रात को भोजन करने के तुरंत बाद सो जाते हैं, उनका वजन तेजी से बढ़ता है। दरअसल, सोते समय शरीर का मेटाबाॅलिज्म बेहद स्लो हो जाता है, जिससे भोजन सही तरीके से पच नहीं पाता और सही तरीके से भोजन के न पच पाने के कारण वह बाॅडी में फैट के रूप में स्टोर होने लगता है। इसलिए रात को समय पर भोजन करने की आदत डालें। इसके अतिरिक्त कोशिश करें कि आप रात में कुकीज, केक, स्वीट्स या फ्राईड फूड का सेवन न करें। यह भी वजन बढ़ने की वजह बन सकता है। नाइट में जितना हो सके, लाइट डिनर ही न करें ताकि भोजन बेहद आसानी से पच जाए।
तनावग्रस्त जीवन
यूं तो आज की व्यस्त जीवनशैली में हर व्यक्ति कहीं न कहीं तनाव व चिंताओं से घिरा हुआ है, लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ है कि देर रात भोजन करना भी तनाव के स्तर को बढ़ाता है। दरअसल, जब लेट नाइट डिनर से स्लीप साइकल प्रभावित होता है तो व्यक्ति खुद को काफी उर्जाहीन, तनावग्रस्त, चिड़चिड़ा महसूस करता है। इतना ही नहीं, शरीर में उर्जा का स्तर बेहद कम होने के कारण वह अपना कार्य समय पर पूरा नहीं कर पाता या कार्य में अपना शत प्रतिशत नहीं दे पाता, जिससे काम का बोझ बढ़ने के साथ-साथ तनाव और भी अधिक बढ़ने लगता है।
पाचन तंत्र के लिए नुकसानदायक
देर रात भोजन करने का सबसे बड़ा खामियाजा पाचन तंत्र को भुगतना पड़ता है। जब देर रात भोजन करने के कारण खाना सही तरीके से पच नहीं पाता तो इससे व्यक्ति को अपच, कब्ज, पेट में दर्द व गैस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
सीने में जलन
सीने में जलन का एक मुख्य कारण देर रात भोजन करना भी होता है। दरअसल, दिन में चाहे व्यक्ति थोड़ा हैवी भोजन करे, लेकिन पूरा दिन काम करने में वह आसानी से पच जाता है लेकिन देर रात भोजन करने या लेट नाइट हैवी भोजन करने के बाद जब व्यक्ति सोने के लिए लेट जाता है तो इससे भोजन वापिस फूड पाइप में आने लगता है, जिसके चलते सीने में जलन व एसिड रिफलक्स की समस्या होती है।
मीठे की लत
रात में सिर्फ देर से भोजन करना ही नुकसानदायक नहीं होता, बल्कि कुछ लोग डिनर के बाद स्वीट डिश खाते हैं। खासतौर से, सर्दियों के मौसम में कम्बल में बैठकर यदि कुछ गर्मागर्म और मीठा खाने को मिल जाए तो कहना ही क्या। लेकिन खाने के बाद यही मीठा खाने की आदत व्यक्ति के लिए परेशानी का सबब बन जाती है। देर रात डिन के बाद मीठा खाने वाली व्यक्ति को मधुमेह होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए रात के भोजन का समय और उस मील में खाया जाने वाला आहार दोनों पर ध्यान देना ही बेहद आवश्यक है।
इसका रखें ध्यान
- अगर आप एक हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं तो डिनर के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखें। सबसे पहले तो सोने से दो घंटे पहले ही भोजन करने की कोशिश करें। अगर ऐसा करना संभव नहीं है तो डिनर करने के बाद कुछ देर अवश्य टहलें ताकि भोजन को पचने में आसानी हो।
- वहीं डिनर से पहले लंबे समय तक भूखे न रहें। इससे जब आपको ज्यादा भूख लगेगी तो आप एकदम से हैवी भोजन करेंगे और फिर उसे पचाना आपके मेटाबाॅलिज्म के लिए मुश्किल होगा। इसलिए काम के दौरान भी कुछ न कुछ हल्का-फुल्का खाते रहें। बेहतर होगा कि आप अपनी स्टडी टेबल पर एक पानी की बोतल और कुछ नट्स अवश्य रखें और बीच-बीच में पानी या नट्स का सेवन करें।
- रात के डिनर में मीठा खाने की भूल न करें। डिनर में शुगरी चीजों का सेवन कई तरह की हेल्थ समस्याओं को बुलावा देता है। इसलिए रात में हल्का भोजन ही लें।