भारत सरकार ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नून हत्या की साजिश की जांच के लिए एक जांच समिति की घोषणा की है। इस फैसले के बाद भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने भारत सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर भारतीय जांच अधिकारी पन्नू मामले की ठीक से जांच नहीं करते हैं तो इससे भारत-अमेरिका के रिश्तों पर असर पड़ सकता है।
पन्नून की जांच में गलती हुई तो भारत-अमेरिका संबंधों पर पड़ सकता है असर!
भारत सरकार ने आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नून हत्या की साजिश की जांच के लिए एक जांच समिति की घोषणा की है। इस फैसले के बाद भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने भारत सरकार के इस कदम का स्वागत किया है।
अमेरिकी कांग्रेस के सांसदों अमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना, श्री थानेदार और राजा कृष्णमूर्ति ने पन्नून की हत्या की नाकाम साजिश के संबंध में निखिल गुप्ता के ऊपर लगाए गए आरोपों को चिंताजनक बताया। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर भारतीय जांच अधिकारी पन्नू मामले की ठीक से जांच नहीं करते हैं तो इससे भारत-अमेरिका के रिश्तों पर असर पड़ सकता है।
सांसदों ने एक साथ बयान जारी किया
अमेरिकी भारतीय सांसदों ने न्यूयॉर्क में पन्नून की हत्या की नाकाम साजिश के संबंध में निखिल गुप्ता के ऊपर लगे आरोपों पर बाइडेन प्रशासन से जानकारी मिलने के बाद बयान जारी किया।
अमेरिका ने निखिल गुप्ता को लेकर जवाब दिया
अमेरिकी सांसदों ने कहा, "हम बाइडेन प्रशासन द्वारा निखिल गुप्ता के खिलाफ न्याय विभाग के आरोपों पर एक वर्गीकृत ब्रीफिंग देने की तारीफ करते हैं, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार का एक अधिकारी अमेरिकी नागरिक (पन्नून) की हत्या की साजिश में शामिल था।