घरेलू महिला कामगार कामकाजी या फिर नौकरीपेशा महिलाओं से अलग और अधिक जटिल चुनौतियों के बीच अपने जीवन यथार्थ से जूझती रहती है। स्त्री विमर्श ने घरेलू महिला कामगारों के समुदाय को अभी तक विषय नहीं बनाया है। एक ओर निजी परिवार और समाज की चुनौतियां झेलती हैं
डायरी लेखन दैननंदिनी प्रतियोगिता
उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं शोषण पर करारा व्यंग किया है जो हिन्दी व्यंग -साहित्य में अनूठा है। परसाई जी अपने लेखन को एक सामाजिक कर्म के रूप में परिभाषित करते है। उनकी मान्यता है कि सामाजिक अनुभव के बिना सच्चा और वास्त
कबीर दास जी की वाणी में अमृत है। उन्होंने अपने दोहों के माध्यम से समाज की कुरीतियों पर प्रहार करने का कार्य किया है। कबीर दास जी मुख्य भाषा पंचमेल खिचड़ी है जिसकी वजह से सभी लोग उनके दोहों को आसानी से समझ पाते हैं। जब भी दोहे शब्द सुनाई देता है, तो सब
रूठी रानी (उपन्यास) : मुंशी प्रेमचंद
ठंड बढ़ने लगी है सखी ।हम तुम बात करेंगें मुलाकात करेंगे और इंतजार करेंगे एक दूसरे से मिलने का।
इस माह की दैनंदिनी में प्रस्तुत है 5जी तकनीकी के लाभ और प्रभाव। हमारी भारतीय उत्सवधार्मी समाज में तुलसी विवाह की कथा। आधुनिक बदलती शिक्षा प्रणाली के साथ ही देश में व्याप्त कुछ अनसुलझे मुद्दों आरक्षण, भ्रष्टाचार, ऑनर किलिंग, महिला हिंसा, धार्मिक मतभ
ज्ञानवर्धक एवं रोचक तथ्य रामायण और महाभारत और श्रीमदभागवत कथा वेद पुराणों से धार्मिक शिक्षाएं से जुड़े जानकारी हिंदू धर्म से ज्ञानवर्धक जुड़ी जानकारी पुरानी कथाएं हिन्दू धर्म में पौराणिक परंपरा और संस्कार के बारे में जानकारी पूजा पाठ करने के ब
नया साल ,नई मुलाकात ,नए विचार। मेरी सखी के साथ
यह खलील जिब्रान के लघु उपन्यास "द ब्रोकन विंग्स" का हिंदी अनुवाद है।
आयुर्वेदिक औषधियां एवं उपचार घरेलू नुस्खे आयुर्वेद ज्ञान औषधियां को केसे तेयार कर के बार जानकारी प्राकृतिक औषधियां के बार जानकारी फलों एवं अन्य खाद्य वस्तुओं से स्वास्थ्य-सुरक्षा के बार जानकारी फलो के औषधियां गुणों के बारे में जानकारी आयु
यह एक ऐसे दोस्तों के समूह की कहानी हैं जिसमें सभी अपने भाई, बहन से दूर हैं और दुखी हैं ! किसी की दुरी जीवन मरण की हैं ,किसी की मन मुटाव की, किसी की जमीनी दुरी हैं ! वह सब बहुत उदास होते हैं , और अचानक कुछ ऐसा होता हैं की सब खुश हो जातें हैं ! क्या आ
'कुरुक्षेत्र' का प्रतिपाद्य यही है कि मनुष्य क्षुद्र स्वार्थों को छोड़कर, बुद्धि और हृदय में समन्वय स्थापित करे तथा प्राणपण से मानवता के उत्थान में जुट जाए। युद्ध एक विध्वंसकारी समस्या है, जिससे त्राण पाने के लिए क्षमा, दया, तप, त्याग आदि मानवीय मूल्
अपनी बात मुझमें से गर निकाल दो मेरी लेखनी मेरी ज़िन्दगी से मेरी नहीं निभनी यूँ तो आते हैं सभी जीने के लिये पर ज़िन्दगी न लगती सबको भली इतनी सुख में सखी और दुख में दोस्त मेरी लेखनी ने कभी न होने दी कोफ्त मेरी अनुभूतियाँ ,जो कवित
सवाल यह हैं की जो चीज जैसी हैं उसे वैसे ही पेश क्यू ना किया जाये मैं तो बस अपनी कहानियों को एक आईना समझता हूँ जिसमें समाज अपने आपको देख सके.. अगर आप मेरी कहानियों को बर्दास्त नहीं कर सकते तो इसका मतलब यह हैं की ये ज़माना ही नक़ाबिल-ए-बर्दास्त हैं|
वस्तुतः यह सफर मिथिला के अधवारा नदी से शुरू हो कर कर्नाटक के कृष्णा तट के बसावना बागेवाड़ी में विश्राम तक की भावनाओं का मिश्रण है। इस सफ़रनामा के कई दास्तानों के साथ आपको भी चाँद का सफर तय करना है, जहाँ हम सब मिल कर रंगोली बनाएँगे। एक ऐसा रंगोली जिस
मेरी इस पुस्तक में मैंने मेरे भावों को शब्दों में पिरोया है। मैं एक शिक्षक का दायित्व निभाते हुए जीवन में जो अनुभव ले पाया उन्हीं अनुभवों और अहसासों को मैंने यहाँ मेरी रचनाओं में उकेरा है। आशा है आप सभी सुधी पाठकों को मेरा यह प्रयास पंसद आयेगा। कृपया
यह किताब शेरो शायरी से संबधित है, जो आपको पसंद आएगी ! इसमें आपको शेरो शायरी की मेजवानी मिलेगी, जिसे पढकर आपका पेट तो भर जाएगा, पर मन नहीं ! आप बार बार पढना चाहोगे, इसमें आपको हर तरह की शायरी पढने मिलेगी, कोशिश की है मैनें कुछ हाले दिल लिखने की, उम्म
इस किताब में जीवन के विभिन्न विषयों को बहुत खूबसूरती से शब्दों की डोर में पिरो कर खूबसूरत कविताओं का रूप दिया गया है।