मध्य प्रदेश के शाजापुर में 12 कलाकारों ने 180 घंटे मेहनत कर 700 कुंटल पत्थर चूरी से भगवान श्रीराम की आकृति तैयार की है। यह आकृति करीब जाने पर तो समझ में नहीं आती, लेकिन दूर से या ड्रोन कैमरे से देखने पर भगवान की मनमोहक तस्वीर सामने आ जाती है।
प्रतिमा ऐसी है कि लोग देखकर दांतों तले उंगली दबा रहे हैं। 200X140 फीट में एरिए में बने राम की इस तस्वीर को शाजापुर के गुलाना गांव स्थित सीएम राइज स्कूल के मैदान में बनाया गया है।इसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आ रहे हैं।करीब 180 घंटे की मेहनत के बाद शनिवार की शाम को इस प्रतिमा को अंतिम रूप दिया गया।
कलाकारों ने बताया कि इस तस्वीर को बनाने में करीब 700 कुंटल चुरी पत्थर का इस्तेमाल किया गया है।इस तस्वीर के साथ ही यहां पर अयोध्या में बने राम मंदिर की आकृति भी बनाई गई है।यह आकृति 200X140 फीट एरिया में बनाई गई है।वहीं मंदिर और अन्य एसेसरीज लगाने के बाद एरिया और भी बढ़ गया है।कलाकारों के मुताबिक यह आकृति बिलकुल करीब जाने पर तो समझ में नहीं आएगी, लेकिन थोड़ी दूर से या ड्रोन से देखने पर भगवान नाम की मोहक तस्वीर उभर कर आती है।
ड्रोन की मदद से इस तस्वीर का वीडियो बनाया गया है। वीडियो में नजर आ रहे श्रीराम के चेहरे से नजर नहीं हटती।एक कलाकार अरविंद मेवाड़ा के मुताबिक कड़ाके की ठंड के बावजूद इस काम में कंधे से कंधा मिलाकर छोटे-छोटे स्कूली बच्चों ने भी उन्हें खूब सहयोग दिया है।कलाकार अरविंद मेवाड़ा के मुताबिक अयोध्या में भगवान राम के विराजमान होने पर पूरे देश में खुशी है। इसी खुशी को शाजापुर में प्रदर्शित करने की कोशिश की गई है।