राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए हरियाणा के 96 संतों को निमंत्रण भेजा गया है। इसमें रोहतक से सर्वाधिक 15 संतों को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। वहीं, पांच जिलों के एक-एक संत को बुलाया गया है।
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अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए हरियाणा के 96 संतों को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पत राय द्वारा भेजे गए निमंत्रण पत्र में संतों से 21 जनवरी से पूर्व अयोध्या पहुंचने के लिए कहा गया है। साथ ही वहां से 23 जनवरी के बाद ही लौटने का कार्यक्रम बनाने के लिए कहा गया है। आमंत्रित संतों में प्रदेश के कई जिलों के प्रमुख संत शामिल हैं। रोहतक से सर्वाधिक 15 संतों को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। भिवानी, फतेहाबाद, चरखी दादरी, पलवल, बल्लभगढ़ से एक-एक संत को बुलाया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जिन प्रमुख आश्रमों के संतों को बुलाया गया है उनमें अंबाला छावनी प्रभु प्रेम आश्रम, कैथल के श्रीराम जानकी मंदिर, सोनीपत का श्रीरामकृष्ण साधना केंद्र, झज्जर का प्रसाद गिरी मंदिर, जींद का घीसा पंथी आश्रम, रोहतक का बाबा मस्तनाथ पीठ, चरखी दादरी का दंडी आश्रम, पलवल का गोसेवा धाम, सिरसा के नामधारी मुखी सद्गुरु दिलीप सिंह महाराज, गुरुग्राम का श्री लक्ष्मीनारायण मठ मंदिर, सिरसा का उदासीन डेरा बाबा भूमन शाह, कैथल का बाता डेरा, फरीदाबाद का बाबा दयाल नाथ आश्रम, मानेसर का बाबा नारायण दास आश्रम, हिसार का शांति शक्ति पीठ, भिवानी का राधा स्वामी सत्संग, दिनोद (गद्दी), रेवाड़ी का श्रीमद् भागवत आश्रम शामिल हैं। बजरंग दल के प्रांत मंत्री वरुण कुमार ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित संतों को निमंत्रण पत्र प्राप्त हो गए हैं। सभी पूजनीय संतों से अपनी सुविधा के अनुसार 21 जनवरी से पूर्व पहुंचने के लिए कहा गया है।
नामधारी सिख 13 जनवरी से 28 फरवरी तक अयोध्या में चलाएंगे लंगर
सिरसा के नामधारी मुखी सद्गुरु दिलीप सिंह महाराज के निर्देश पर 13 जनवरी से 28 फरवरी तक अयोध्या जी हनुमान गुफा में लंगर चलाया जाएगा। सूबा भगत सिंह, सूबा रतन सिंह, सूबा अमरीक के नेतृत्व में नामधारी सिख लंगर चलाएंगे। महाराज के प्रतिनिधि तेजेंद्र सिंह ने बताया कि नामधारी सिखों द्वारा इस साल बसंत पंचमी पर्व अयोध्या में 14 फरवरी को मनाया जाएगा। वहां भगवान राम के दर्शन करने के साथ हजारों नामधारी सिखों का समागम होगा। देश-विदेश से हजारों की संख्या में नामधारी सिख संगत इस कार्यक्रम में भाग लेगी। कार्यक्रम के लिए वहां स्थान के लिए विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों से वार्ता चल रही है।