कुछ फिरंगी हरकतों से, मेरा दिल झूमे जा रहा था कॉलेज का पहला दिन था और मै खिल
आज इस सुबह की ही तरह ये कस्बा भी निखिल के लिए नया था। पिताजी का तबादल
गीत : पापा , तुमनेमुझे कहाँ जा फंसाया पैसा, श
कौन कहता यारों
जीना आसान है ।
हर दिन मैं रोता हूँ,
असीम द
डेविड जेल में अपने बैरक में बैठा है। जो जेलर के ऑफिस सेप्रथम अंक
आँखे उनकी भी कुछ कहती होंगी ... वादे तोड़ कर,साँसे भी लेती होंगी ... अच्छा या बुरा किये,सोचती तो ज