ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिग ने कहा है, कि इस वर्ल्डकप में विराट कोहली वनडे में सर्वाधिक शतक के रिकॉर्ड की या तो बराबरी कर लेंगे या फिर इसे तोड़ देगे। वनडे में सबसे अधिक शतक (463 मैचों में 49 शतक)इस समय सचिन तेंदुलकर के हैं जबकि 282 मैचों में कोहली ने अब तक 47 शतक जड़े हैं।
सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतक के रिकॉर्ड से विराट कोहली इस समय महज दो शतक दूर हैं. विराट के वनडे में 47 शतक हैं।
वर्ल्डकप 2023 में टीम इंडिया के पहले ही मैच में रन मास्टर विराट कोहली (Virat Kohli)ने 85 रनों की जोरदार पारी खेलकर अपने इरादे जता दिए हैं।शुरुआती मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर विश्वास से भरी भारतीय टीम आज दूसरे मैच में अफगानिस्तान का सामना (India vs Afghanistan)करेगी।इस मैच में भी भारतीय फैंस, ‘किंग कोहली’ से बड़ी पारी की उम्मीद लगा रहे हैं।34 वर्षीय कोहली इस समय शानदार फॉर्म में हैं और अपने आखिरी वर्ल्डकप (संभवत:) को यादगार बनाने और टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे।
कोहली के मौजूदा प्रदर्शन को ही ध्यान में रखते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने भविष्यवाणी की है कि कोहली इसी वर्ल्डकप में सचिन के 49 वनडे शतकों के रिकॉर्ड की या तो बराबरी करेंगे या इसे तोड़ देंगे। बता दें, वनडे में सबसे अधिक शतक (463 मैचों में 49 शतक)इस समय मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के नाम पर हैं जबकि 282 मैचों में कोहली ने अब तक 47 शतक जड़े हैं।
पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू पॉडकास्ट के ताजा एपिसोड में कहा, ‘मुझे लगता है कि वह (कोहली) ऐसा करेंगे।मेरी राय में वह निश्चित रूप से दो शतक बनाने जा रहे हैं। वह तीन शतक बना पाता है या नही, यह अलग बात है.. ‘बता दें, विराट के दो शतक बनाते ही वनडे में सर्वाधिक शतक का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से सचिन और विराट के नाम पर हो जाएगा जबकि तीन शतक बनाने की स्थिति में सचिन का रिकॉर्ड,उन्हें अपना आदर्श मानने वाले कोहली के नाम पर दर्ज हो जाएगा।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘भारत में मैच स्थल, विकेट और मैदान, बड़ा स्कोर बनाने के लिहाज से अनुकूल हैं। कौन जानता है यह शायद उसका (कोहली का)आखिरी वर्ल्डकप हो।यदि वह सही मानसिकता को हासिल कर लेता है..हमने देखा है कि वह अच्छे टच में है, रनों के लिए उसकी भूख हमेशा बरकरार रहती है। वह मैच विनर है और हमेशा अपनी और अपनी टीम के लिए कामयाबी की चाह रखता है। ऐसे में इस वर्ल्डकप के खत्म होने तक वह सचिन के रिकॉर्ड को अगर नहीं भी तोड़ पाए तो इसकी बराबरी तो कर ही सकता है।यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि होगी।