तेरी आंखों में जो, गहरी झील नजर आती है । उसे देखकर ये नैनी झील, भी शर्माती है ।खुदा कसम, कुदरत की अनोखी, रचना हो तुम । मेरी जिन्दगी का इक ,सुहाना स
दिल करता है, इन खूबसूरत नजारों में खो जाऊं, मैं । तेरा हाथ, मेरे हाथ में हो, बस तेरी बांहों में सो जाऊं, मैं ।न कोई मुझे देखे, न मैं, किसी को देख पाऊं । बस तेरी ज
मंजिलें नहीं मिलीं, कोई बात नहीं । आज भी हौंसले, आसमां में, उड़ने के रखता हूं ।तकदीर ने बेवफाई की, कोई बात नहीं । आज भी उसे, आगोश में लेने की, चाहत रखता
इन बहुमंजिली इमारतों में, खो गया था, मैं । शायद करवटें, बदल-बदल कर, सो रहा था, मैं ।क्यूं , रास नहीं आती, महानगरों की जिंदगी ? क्यूं , इंसान
शिव शंकर भोले, जग में महादानी हैं । शिव शक्ति,शिव जीवन दायक,शिव ही संहारक हैं ।जो भी शिव की शरण में आया । काल उसे, फिर डरा न पाया ।शिव की भक्ति में,
मुझ पत्थरों का भाग्य, क्यूं , अनजान है ? मुझे बहती नीर-धाराओं से, क्यूं, प्यार है ?यूं तो मैं, भाता, किसी को हूं, नहीं । फिर मुझे, क्यूं जिंदगी से प्यार ह
तेरी रचना की खूबसूरती पर , आज नाज, आ गया । तेरी कारीगरी का सचमुच, मुझे अन्दाज, भा गया ।तेरे हाथों की जादूगरी, आज दिल में समा गयी । ऐसा जादूगर न कभी देखा, न सुना ।
20 जून 2022 सोमवार समय 11:15 रातप्रिय सहेली, बाजारों में पुनः चहल-पहल लौट आई है। शादी का मौसम जो आ चुका है। घर में कितने ही कार्ड निमंत्रण पत्र के रूप में आ चुके है
19 जून 2022 रविवार समय 11:45 रातमेरी प्यारी सहेली, बारिश के कारण मौसम खुशनुमा हो गया है। कई बार तो मन करता है बारिश में भीग कर सम
18 जून 2022 शनिवारसमय 8:30 प्रातःमेरी प्यारी सहेली, सुबह-सुबह बेटी को लेकर पतिदेव एग्जाम दिलवाने लेकर गए हैं तो सोचा आज समय की
14 जून 2022 मंगलवार समय 10: 40 रातमेरी प्यारी सहेली, कल तुमसे मुलाकात नहीं हो पाई। माफी चाहती हूं इस बात के लिए। लेकिन क्या करूं मायके आने का सुख यात
12 जून 2022 रविवार समय 11: 30 मिनट रात मेरी प्यारी सहेली, कई बार जीवन में अहम की उत्पत्ति होने पर इंसान अपने आसपास देखने की पूरी शक्ति धूमिल कर बैठता है। अपने अलावा शायद उ
शीर्षक --दो पलदो पल की जिंदगी है यारों,इतनी भी नाराजगी क्यों है यारों,आओ फिर से बात करते हैं,इतनी बेगानगी किसलिए है यारों। चलो तुम फिर से मुस्कुरा तो दो,
11 जून 2022 शनिवारसमय- 9:00(रात) मेरी प्यारी सहेली, धरती माता उबल रही है और हम भरता बन रहे हैं। कहा जा रहा है इस बार शायद बारिश कब हो
10 जून 2022 शुक्रवार समय 11:00 (रात) मेरी प्यारी सहेली, आज का दिन कितना पावन है। आज निर्जला एकादशी का पर्व मनाया जा र
9 जून 2022 बुधवार समय 11:30 रात मेरी प्यारी सहेली, सखी कल तुमसे बात ही नहीं हो पाई। इसके लिए मैं तुमसे माफी चाहती हूं। कल का दिन बहुत ही व
7 जून 2022 मंगलवार समय 11:05 रातमेरी प्यारी सहेली, कई बार ना चाहते हुए भी हम ऐसी अनेकों बातों पर मौन रह जाते हैं जिन बातों के लिए हमारा
6 जुन 2022सोमवार समय 11:00 रातमेरी प्यारी सहेली, विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में घर-घर पौधे लगाने का आह्वान किया गया। लगभग सभी पार्क में जाकर वृक्षारोपण कर आए।&
5 जून 2022 रविवारसमय 10:45 रातमेरी प्यारी सहेली, गर्मी से बचने के लिए आज जहां लगभग हर घर में एसी पाए जाते हैं। एसी नहीं तो कूलर तो देखे ही ज
4 जून 2022 शनिवार शाम 11:35 रातमेरी प्यारी सखी, एक-दो दिन से मुझे शब्द इन पर बाकी सहेलियों का लिखा लेख पढ़ने में असुविधा हो रही है। शायद नियमों में कुछ परिवर्तन किए