दिल्ली समेत देश के कई शहर इस समय जहरीली हवा का चैंबर बन चुके हैं। लगातार खराब होते एयर क्वालिटी इंडेक्स का असर अब हमारी सेहत पर भी पड़ने लगा है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से हमारे फेफड़ों सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी ब्रीदिंग एक्सरसाइज के बारे में जो आपके फेफड़े मजबूत बनाएंगी।
फेफड़ों को मजबूत बनाएंगी ये एक्सरसाइज।
बीते कुछ दिनों से दिल्ली गैस चैंबर बन चुका है। लगातार गिरती एयर क्वालिटी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में जहरीली हवा लोगों का दम घोंट रही है। बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों को इस वजह से आंखों में जलन और सीने में दर्द की समस्या हो रही है। ऐसे में जरूरी है कि बिगड़ते वातावरण में अपनी सेहत का खास ख्याल रखा जाए।
हम जब भी सांस लेते हैं, तो उसके साथ जहरीले प्रदूषक हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण में लोगों के लिए सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। बढ़ते प्रदूषण के साथ ही आंखों के संक्रमण, अस्थमा के मामले, फेफड़ों और रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़े अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के मामलों में वृद्धि हुई है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी एक्सरसाइज के बारे में, जो आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत बनाने और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगी।
बॉक्स ब्रीदिंग
बॉक्स ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने के लिए किसी शांत जगह पर बैठकर या लेटकर चार की गिनती तक अपनी नाक से गहरी सांस लें। फिर चार की दूसरी गिनती तक अपनी सांस रोकें। इसके बाद चार सेकंड के लिए धीरे-धीरे सांस छोड़ें और फिर इस प्रोसेस को दोबारा शुरू करने से पहले चार तक गिनती के लिए रुकें। इसे करने से ऑक्सीजन सेवन को बढ़ाने में मदद करता है, चिंता और तनाव को कम करता है और फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाती है।
होठों को सिकोड़कर सांस लेना
इस एक्सरसाइज को करने के लिए अपने होठों को सिकोड़कर अपनी नाक से धीरे-धीरे सांस लें। फिर, अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। ध्यान रखें कि अपने होठों को ऐसे सिकोड़े जैसे कि आप सीटी बजाने वाले हों।
डायाफ्रामिक ब्रीदिंग या डीप ब्रीदिंग
डायाफ्रामिक ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने के लिए, अपने घुटनों को मोड़कर और अपने हाथों को अपने पेट पर रखते हुए अपनी पीठ के बल लेटें। अपनी नाक से धीरे-धीरे और गहरी सांस लें, जिससे आपका पेट ऊपर उठे। फिर अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें, जिससे आपका पेट नीचे आ जाए।
प्राणायाम
अपने फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत करने के लिए प्राणायाम एक बढ़िया तरीका है। इस तकनीक को करने के लिए अपनी रीढ़ की हड्डी सीधी करके आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं। फिर हाथों को अपने घुटनों पर रखें और अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए अपनी नाक से जोर से सांस छोड़ें। इसके बाद फिर से लंबी सांस लें। इस प्रोसेस को 10-20 सांसों तक दोहराएं।
ह्यूपरवेंटिलेशन
इस एक्सरसाइज को करने के लिए, 30-60 सेकंड के लिए तेजी से और गहरी सांस लें और फिर छोड़ें। इसके बाद 15-30 सेकंड के लिए अपनी सांस रोककर रखें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस प्रोसेस को 5-10 बार दोहराने से फायदा मिलेगा।