हर चेहरा कुछ ना कुछ कहानियों को संजोता है ,हमारे आसपास बिखरी पड़ी है कुछ कहानीयों की महक ,हमारी यादो से निकल संवरतीं हैं ,कुछ कहानियां । आसपास कितनी अनकही कहानियां ,उनको शब्दों में पिरोने की छोटी सी कोशिश है मेरी। कहानियों के सफर में मेरे सहयात्री ब
परियां होती बेटियां जानने के लिये आगे पढ़ते रहें.. परियां आपको आसमां के सैर कराते मिलेगी.. औऱ आप आसमां में खोते... हुये.. 🌸🌸
हर चेहरा कुछ ना कुछ कहानियों को संजोता है ,हमारे आसपास बिखरी पड़ी है कुछ कहानीयों की महक ,हमारी यादो से निकल संवरतीं हैं ,कुछ कहानियां । आसपास कितनी अनकही कहानियां ,उनको शब्दों में पिरोने की छोटी सी कोशिश है मेरी। कहानियों के सफर में मेरे सहयात्री ब
एक कहानी जो आज भी गांव की गलियों में दहशत के साथ सुनी जाती है
हर चेहरा कुछ ना कुछ कहानियों को संजोता है ,हमारे आसपास बिखरी पड़ी है कुछ कहानीयों की महक ,हमारी यादो से निकल संवरतीं हैं ,कुछ कहानियां । आसपास कितनी अनकही कहानियां ,उनको शब्दों में पिरोने की छोटी सी कोशिश है मेरी। कहानियों के सफर में मेरे सहयात्री ब
कविता संग्रह है, जिसमें , अपने परिवार संबंधित कविता पढ़ने को मिलेगा।..
आपके अपने हीं हैं वो, होतें हैं...जो देखते हैं सबसे सुंदर सबसे अलग, सबसे बेहतर सपने आपके लिये.. वो हो सकते आपके सबसे करीब आपके.. सबसे अपने.. आपके... ऐसे हीं सुन्दर सपने देखने बालों को देखे इस रचना में...
दो बहन की कहानी ,उसके व्यक्तित्व से लेकर, उसकी जिन्दगी के हर पहलू को देखने को मिलेगी, साथ ही साथ आप लोग को इस कहानी में अलग अलग किरदार जो आप लोगों को मन मोह लेंगे। तो पढ़ते रहिए ... मेरे गांव की दो सखी..
पति पत्नी का रिश्ता एक ऐसा पवित्र रिश्ता है, जिसकी डोर प्यार और विश्वास से जुड़ी होती है। जिस रिश्ते में प्यार और विश्वास नहीं होता वो रिश्ता मात्र शरीरिक सुख और भोग विलास से जुड़ा होता है। और ऐसे रिश्तों में अक्सर दरार पड़ जाती है। ऐसे रिश्तों कि उ
"यादों के पन्ने"मेरी यह दुसरी कहानी संग्रह है जो शब्द इन पर प्रकाशित हो रही है।इसके पहले "समय की खिड़की" में मेरी पंद्रह लघु कहानियों का संग्रह प्रकाशित हुआ है।शब्द इन पर प्रकाशित होने वाली मेरी यह तेरहवीं पुस्तक है। इसके अतिरिक्त एक पुस्तक योर कोट्स
हिन्दी स्वचरित पंक्तियां व विचार।
ये कहानी दो सहेलियों की है जो वृंदावन धाम जहां पर सत्संग होता है वहां से जुड़ती हैं और बाद में बहुएं का जुड़ाव, कुछ मध्यम और उच्च स्तर का अंतर और आखिर में दोनों के बच्चों की शादी।
यह कहानियां मेरी है इसके हर किरदार में मैं ही रची बसी हूं यह मेरी जिंदगी के कुछ कड़वे कुछ मीठे कुछ यादगार लम्हे हैं कुछ लोग हैं जिन्हें मैंने कहानियों के किरदार के माध्यम से आपके सामने प्रस्तुत किया है
नारी शक्ति स्वरूपा नमन कीजिए। अपने भावों को थोड़ा मनन कीजिए।। नारी अबला बेचारी अब नहीं रह गई। इनको उड़ने के खातिर चमन दीजिए।। सम्मान होता रहा जिनका वैदिक काल से। बाद आई विसंगतियों का शमन कीजिए।।
तवायफ की जिंदगी को उजागर करतीं.... एक बेहद संवेदनशील और विचारणीय... कहानी....।।।। एक ऐसी लड़की की कहानी.... जो चाहतीं कुछ थी और मिला कुछ...।।।
खुद की खुद से पहचान करवाने के लिए एक छोटी सी पहल..।
प्यार..... क्या हैं ये प्यार.... समझों तो सब कुछ....और ना समझों तो कुछ भी नहीं....। प्यार करना कोई गलत नहीं हैं.... लेकिन किसी और से प्यार करने से पहले खुद से प्यार करो... खुद के बारे में जानो....।।।
मैं यह पुस्तक स्त्री की आत्मिक बेदना के बारे में लिख रही हूं। इस पुस्तक में मैंने स्त्री को बेबकूफ बनाये और कहे जाने के बारे में उनकी भावनाओं को व्यक्त करना चाहा है।
किस मिट्टी से तुझे बनाया , रब्ब दी कसम तुझे अपना बनाया ! बादल जैसी बाल तेरी हँसी तेरी अजब निराली , बड़ी फुर्सत से तुझे रब्ब ने बनाया , रब्ब दी कसम तुझे अपना बनाया ! गाल तोहर लाल ऐसी जैसे टमाटर लाल हो , मन करे काट कर खा जाऊ , मन मेरा तुझको पाया ,