-----( वतन परस्ती-) कहानी प्रथम क़िश्त अर्जुन और उनके साथियों को इस्लामाबाद की सड़कों पर घूमना अच्छा लग रहा था । बीस लोगों का यह जत्था “ इंडो-पाक सांस्क्रितिक- साहित्यिक एक्स्चेंज बोर्ड” के त
रात ११ बजे, स्थान - अमरावती से थोड़ी दूर बना मराठा परिवार का प्राचीन वाडा ! मुंबई की बड़ी रियल एस्टेट कम्पनी - ' कुमार एंड संस बिल्डर्स ' का मालिक अमित अपने इस खास प्रोजेक्ट का ब्यौरा कर रहा है ! अम
मदन की नयी नयी नौकरी लगी थी ।एक छोटे से कस्बे मे।उसने दलाल से कह कर अपने लिए एक कमरा किराए पर लेने की बात की।छोटे कस्बों मे घरों के अंदर ही एक कमरा किराए पर दे दिया जाता है ऐसे ही एक दलाल ने मदन को यह
सायरा को पार्टियों का बड़ा चस्का था । खाने की बहुत शौकीन थी सायरा । अल्लाह ने क्या नहीं दिया सायरा को ? हुस्न बेशुमार । जैसे अल्लाह ने ठान लिया था कि दुनिया भर का हुस्न बस सायरा पर ही लुटाना है । उसकी
ब्रिटेन में ऐसे कम से कम 10 हजार स्थान हैं, जहां भूतों ने आश्रय ले रखा है। भूत यानी उन मृतकों की बेचैन आत्माएं जो जीवित व्यक्तियों को दिखाई देती हैं। वेस्टमिनिस्टर ऐबी, विंडसर कैसल और स्कॉटलैंड यार्ड