T20 इंटरनेशनल में कोहली की एक कमजोरी ऐसी है जो अब बड़ी मजबूरी बन सकती है।मजबूरी इसलिए क्योंकि वो उनके T20 वर्ल्ड कप 2024 में खेलने को लेकर रुकावट पैदा कर सकता है।विराट फिलहाल अफगानिस्तान के खिलाफ T20 सीरीज के लिए चुनी टीम इंडिया का हिस्सा हैं।
विराट कोहली अफगानिस्तान के खिलाफ T20 सीरीज के लिए तो चुन लिए गए हैं।लेकिन अगर अगर इस सीरीज में भी अपनी उस कमजोरी का निदान नहीं ढूंढ़ पाए तो फिर T20 वर्ल्ड कप में खेलना तो भूल ही जाएं।सिर्फ टीम में चुना जाना ही सबकुछ नहीं होता। एक खिलाड़ी के लिए टीम की अपेक्षाओं पर खरा उतरना भी उतना ही अहम होता है।
सवाल है कि क्या अपनी उस कमजोरी से उबरकर विराट कोहली ऐसा कर पाएंगे?T20 सीरीज में अगर विराट की वो कमजोरी दूर नहीं हुई तोउनका T20 वर्ल्ड कप की टीम इंडिया से पत्ता साफ भी हो सकता है।
क्या है विराट कोहली की कमजोरी
T20 क्रिकेट में एक बल्लेबाज के लिए सबसे जरूरी होता है उसका स्ट्राइक रेट।विराट कोहली की समस्या की जड़ भी वही है। एक बल्लेबाज के तौर पर T20 इंटरनेशनल में विराट कोहली का स्ट्राइक रेट शानदार रहा है।हम यहां उस स्ट्राइक रेट की बात भी नहीं कर रहे।
बल्कि उस कमजोरी की बात कर रहे हैं जो साल 2021 से अब बीच के ओवरों में बल्लेबाजी के दौरान खूब दिखी है।साल 2021 से अब तक T20 इंटरनेशनल में विराट कोहली का नाम मिडिल ओवर्स में सबसे कम स्ट्राइक रेट रखने वाले बल्लेबाजों में शामिल रहा है।
अफगानिस्तान के खिलाफ T20 सीरीज से ही उन्हें इसकी तैयारी शुरू करनी होगी। अगर वो अपनी इस कमजोरी पर काबू पा लेते हैं तो ठीक रहेगा नहीं तो उनके T20 वर्ल्ड कप 2024 में खेलने पर फिर से अगर-मगर की स्थिति बन सकती है।